भोपाल. यहां से बीजेपी सांसद (BJP MLA) प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Singh Thakur) आए दिन विवादों (Controversy) में रहती हैं। 15 अक्टूबर को दशहरे के मौके पर फिर उन्होंने विवादास्पद टिप्पणी कर दी। प्रज्ञा भोपाल के MVM कॉलेज ग्राउंड पर दशहरा उत्सव में पहुंची थीं। यहां कांग्रेस विधायक (Congress MLA) पीसी शर्मा भी पहुंच थे। प्रज्ञा ने कहा कि कांग्रेसी पशुओं से ज्यादा गए गुजरे हैं। ये लोग तो विधायक बनने के लायक भी नहीं हैं। इस बात से नाराज होकर पीसी शर्मा कार्यक्रम से चले गए।
संवेदनाएं खोईं तो पशु भी नहीं रह पाओगे
प्रज्ञा ने कहा, हम पीड़ित दूसरों की पीड़ा से भी होते हैं। इसलिए हम नहीं पूछेंगे, क्योंकि मुझे मालूम है कि वो बीमार हैं। इसलिए मानवीयता रखो, संवेदनाएं तो मत खो। क्योंकि अगर संवेदनाएं और मानवता खो दीं तो तुम पशु भी नहीं रह पाओगे। पशु में भी संवेदनाएं होती हैं। उसका बच्चा जब मर जाता है, बीमार होता है तो वो भी रोता है।
पर ये (कांग्रेस नेता) तो पशुओं से भी ज्यादा गए गुजरे हैं। बीमारों को बीमार नहीं समझते। पहले तो प्रताड़नाएं दीं। जब हम पीड़ित होते हैं तो यह हमारे गुमशुदगी के पोस्टर लगा देते हैं। ऐसे लोगों को शर्म चाहिए। ये लोग विधायक बनने के लायक नहीं है। लेकिन ऐसे लोग विधायक बनाते हैं। अपने आप को हिंदू कहते हैं, पर संवेदनहीन होते हैं। उन पर (हिंदुओं पर) हमला करते हैं और हमला करने वालों पर रोते हैं। ऐसे कांग्रेसियों और ऐसे देशद्रोहियों को शर्म आनी चाहिए। मैं कहती हूं कि इनके लिए भारत में जगह नहीं है। भारत में रहेगा तो सिर्फ राष्ट्रभक्त रहेगा। पूरा राष्ट्र हिंदुओं के साथ है। राष्ट्रभक्त अपनी पहचान को समझ ले, हमारी सीमाएं सुरक्षित हो जाएंगी।
दिग्विजय पर भी साधा निशाना
लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए प्रज्ञा ने कहा कि वे (दिग्विजय सिंह) खुद को नर्मदा पुत्र कहते थे, मैंने कहा मैं तो राष्ट्र की बेटी हूं। नर्मदा परिक्रमा करने से कोई अधर्मी पवित्र नहीं हो जाता।
प्रज्ञा के विवादास्पद बयान
10 अक्टूबर: हमारे धार्मिक स्थान (हिंदुओं के) सरकार के कब्जे में रहते हैं। धार्मिक स्थान सरकार के संरक्षण होते हैं, कलेक्टर उसका अध्यक्ष होता है। हिंदुओं के बड़े मंदिरों का धन अल्पसंख्यकों को जाता है, विधर्मियों को जाता है।
7 अक्टूबर: हमारे देश में रहने वाले लोग किसी भी प्रकार का गैरकानूनी काम करते हैं तो उनको भी भय होता है। ये (शाहरुख) वो लोग हैं जो कहते थे कि भारत में सुरक्षित नहीं हैं। कभी भी इन्होंने सहायता की है तो पाकिस्तान की। भारत की कभी सहायता नहीं की। कमाते यहां हैं, लगाते वहां हैं।
1 सितंबर: भोपाल तो क्या, मध्य प्रदेश में मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) नहीं होती। यहां राष्ट्रभक्त ज्यादा हैं। अगर ऐसा कभी होता है तो हम सब इसके लिए तैयार हैं।
24 अगस्त: भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान कह गईं कि पेट्रोल-डीजल महंगे नहीं हैं। ये सिर्फ कांग्रेस का फोकट का प्रोपेगैंडा है।