MP: एक्सीडेंट में टीचर, पत्नी और बेटी की मौत, तड़पता रहे पीड़ित नहीं आई एंबुलेंस

author-image
Shivasheesh Tiwari
एडिट
New Update
MP: एक्सीडेंट में टीचर, पत्नी और बेटी की मौत, तड़पता रहे पीड़ित नहीं आई एंबुलेंस

Sehore. शहर के पास इंदौर-भोपाल बायपास पर एक बाइक दुर्घटना हुई, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। इस घटना में गुना जिले के ग्राम महेशपुरा के एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल है। घटना में माता, पिता, पुत्री की मौत हो गई और बेटे गंभीर घायल है। मृतक भगवान सिंह मीणा 1 मई को बाइक से पत्नी रामश्री, बेटी सौम्या (6) और बेटे प्रतीक (10) के साथ कुबरेश्वर धाम रुद्राक्ष लेने जा रहे थे। जबकि बेटे प्रतीक की हालत नाजुक है। हादसे के बाद आस-पास के लोगों ने एंबुलेंस के लिए सीहोर जिला अस्पताल को सूचना दी, लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंची। इस दुर्घटना ने स्वास्थ विभाग की पोल खोल दी। पीड़ितों को गंभीर हालात में अस्पताल लाया गया। जहां से भोपाल रेफर किया गया था। इस दौरान पीड़ित दर्द से तड़पता रहा और अंततः उसने दम तोड़ दिया। 



एक एम्बुलेंस सीएम ड्यूटी में, दूसरी खराब



जिला अस्पताल में दो एम्बुलेंस हैं। एक रेहटी सीएम ड्यूटी में डॉक्टरों को लेकर गई है और दूसरी खराब है। बताया जा रहा है कि दूसरी एम्बुलेंस गैरेज ठीक होने के लिए भेजी है। जिला अस्पताल में सरकारी एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं थी, जिसके चलते एक घंटे से ज्यादा समय तक दर्द बर्दाश्त करने के बाद हादसे में घायल भगवान सिंह ने तड़पते हुए दम तोड़ दिया। भगवान सिंह की मौत के बाद एबुलेंस पहुंची, जिससे घायलों को इलाज के लिए भोपाल अस्पताल भिजवाया गया। 



पंडित प्रदीप मिश्रा ने एम्बुलेंस दान करने का किया ऐलान



जानकारी के अनुसार, जिला अस्पताल की एम्बुलेंस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा में लगी थी। प्रोटोकॉल के हिसाब से सीएम के कार्यक्रम में एम्बुलेंस और डॉक्टर्स की टीम तैनात की जाती है। इधर, समय पर उपचार नहीं मिलने के कारण घायल शिक्षक की दर्द से तड़पते हुए मौत हो गई। जब यह बात पंडित प्रदीप मिश्रा तक पहुंची कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा में एम्बुलेंस लगी थी और एम्बुलेंस समय पर नहीं मिलने के कारण कुबेरेश्वर धाम आ रहे शिक्षक सहित दो लोगों की मौत हो गई तो पंडित प्रदीप मिश्र आगे आए और उन्होंने तत्काल विठलेश सेवा समिति की तरफ से एक एम्बुलेंस जिला अस्पताल को भेंट करने का ऐलान किया। मिश्रा ने कहा कि यह एम्बुलेंस वह अपने पिता की स्मृति में देंगे।



अव्यवस्थाओं को लेकर हस्ताक्षर अभियान शुरू होगा



हादसे के बाद आस-पास के लोगों ने एंबुलेंस के लिए सीहोर जिला अस्पताल को सूचना दी लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंची। अस्पताल में इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही हैं। जिसके चलते शहर में पांच सौ कार्यकर्ता गौरव सन्नाी महाजन के नेतृत्व में हस्ताक्षर अभियान शुरू करेंगे। सरकारी अस्पताल में जारी भ्रष्टाचार और अव्यवस्थाओं को लेकर घर-घर पहुंचकर कार्यकर्ता नागरिकों से समर्थन मागेंगे। नागरिकों के हस्ताक्षर युक्त शिकायती फार्मों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कें कार्यालय भेंजा जाएगा। 

 


Madhya Pradesh मध्यप्रदेश शिवराज सिंह चौहान SHIVRAJ SINGH CHOUHAN Sehore सीहोर Pandit Pradeep Mishra पंडित प्रदीप मिश्रा शिक्षक district hospital जिला अस्पताल Road Accident सड़क हादसा teacher एम्बुलेंस Ambulance