मप्र सरकार नर्मदा नदी की पट्टी में खेती करने वाले किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है... हर सभा में चाहे वो मुख्यमंत्री हो या कृषि मंत्री या फिर सरकार का किसी और विभाग का मंत्री हर कोई नर्मदा पट्टी में जैविक खेती को बढ़ावा देने की पैरवी करता नजर आता है... हाल ही में नर्मदा के संरक्षण को लेकर हुई बैठक में खुद मुख्यमंत्री ने कहा था कि नर्मदा किनारे जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है.. अब नर्मदा के आसपास जैविक खेती करना है तो किसान किस पानी का इस्तेमाल करेगा... जाहिर तौर पर नर्मदा नदी का ही पानी खेती के लिए इस्तेमाल करेगा.. लेकिन आपको जानकर ये हैरानी होगी कि जो किसान जैविक खेती के लिए नर्मदा के पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें जैविक खेती का प्रमाण पत्र ही नहीं मिल रहा... मप्र जैविक प्रामाणीकरण संस्था ये सर्टिफिकेट देती है..