भोपाल. 19 नवंबर को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मेट्रो प्रोजेक्ट (Bhopal Metro Project) के 8 स्टेशनों का भूमिपूजन किया। मेट्रो का पहला रूट (Metro route) एम्स से सुभाष नगर के बीच होगा। इसमें 426 करोड़ रुपए की लागत आएगी। वहीं, 8 में से 2 स्टेशनों को इंटरनेशनल लेवल का बनाया जाएगा। शिवराज (CM Shivraj) ने कहा कि स्टेशन बनने से 7 हजार लोगों को रोजगार (Employment) मिलेगा। सितंबर 2023 तक भोपाल में मेट्रो दौड़ने लगेगी।
ये 8 स्टेशन बनेंगे
एम्स, अलकापुरी, डीआरएम ऑफिस, रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, एमपी नगर जोन 2, एमपी नगर जोन 1, केंद्रीय विद्यालय, सुभाष नगर।
मेट्रो के दो कॉरिडोर बनेंगे
दो कॉरिडोर बनेंगे- पर्पल और रेड कॉरिडोर। पर्पल कॉरिडोर 16.4 किमी का होगा। इसमें करोंद चौराहे से एम्स तक 16 स्टेशन बनेंगे। इसमें 3.39 किमी रेल लाइन अंडरग्राउंड होगी। 13.35 किमी एलिवेटेड होगी। 7 किमी का प्रायोरिटी कॉरिडोर इसी का हिस्सा है, जिसके 8 स्टेशनों का भूमिपूजन शुक्रवार को हुआ। रेड कॉरिडोर 14.21 किमी का एलिवेटेड होगा। यह रत्नागिरी तिराहे से भदभदा को जोड़ेगा। इसमें 14 स्टेशन बनेंगे।
बाबूलाल गौर के सपने को पूरा कर रहे- शिवराज
भूमिपूजन के मौके पर शिवराज ने कहा, 'मुझे पूरा विश्वास है कि भोपाल शहर में मेट्रो का प्रोजेक्ट सफल होगा। इससे अनेकों बहनों-भाइयों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। इस समय मुझे पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर साहब याद आ रहे हैं। उनका सपना था कि भोपाल में मेट्रो चलाएंगे। हम उसी सपने को पूरा कर रहे हैं। मुझे लोग कहते थे कि मेट्रो सफेद हाथी है। भोपाल वाले पैसे नहीं देंगे, पर मुझे यकीन है कि भोपाल में मेट्रो प्रोजेक्ट सफल होगा।'
ये सुविधाएं होगी
हर स्टेशन पर मॉल की तर्ज पर सेंट्रल एयर कॉनकोर्स होगा। इसमें ATM, फूड कोर्ट, कैफे से लेकर मोबाइल रिचार्ज तक की सुविधाएं मिलेंगी। हर स्टेशन पर ई-रिक्शा, पब्लिक बाइक शेयरिंग, पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बस और पिकअप ड्रॉप जैसी सुविधाएं भी रहेंगी। सीएम ने बताया कि हम कोशिश यह कर रहे हैं कि इन मेट्रो स्टेशन में कोयले से बनने वाली बिजली न लगे, सूरज से बनने वाली बिजली से ये मेट्रो स्टेशन चलें।