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Shivpuri. शिवपुरी जिले के पिछोर तहसील के भौंती थाना अंतर्गत मनपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जन्मजात विकृति के साथ एक नवजात ने जन्म लिया। नवजात के दो हाथ और सिर सभी अंग सही सलामत है परंतु दोनों पैर पूरे तरीके से विकसित नहीं हो पाए। बच्चा का मल-मूत्र द्वार भी नहीं है। बावजूद इसके 24 घंटे बीतने के बाद भी बच्चा स्वस्थ है। नवजात के दो हाथ और सिर नॉर्मल इंसान की ही तरह है। लेकिन दोनों पैर एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। बच्चे को जन्म के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने तत्काल जच्चा-बच्चा को शिवपुरी जिला अस्पताल रेफर कर दिया। अस्पताल के एसएनसीयू में नवजात को विशेष डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।
सही होने की सम्भावना बहुत कम
बताया जा रहा है कि पिछोर ब्लॉक के भोड़न गांव की रहने वाली भावना पाल को प्रसव पीड़ा के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनपुरा में भर्ती कराया गया था। प्रसूता भावना ने एक नवजात को जन्म दिया परन्तु जन्मा नवजात सामान्य नहीं था। नवजात पूर्ण विकसित पैदा नहीं हुआ था। नवजात सामान्य न होने की वजह से उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मनपुरा में पदस्थ डॉक्टर ने शिवपुरी जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वही जिला अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि नवजात अविकसित पैदा हुआ है। जिसके शरीर का नीचे का शरीर अविकसित हैं ऐसे बच्चों का इलाज से सही होने की सम्भावना भी बहुत कम हैं। महिला ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं। मां बेटे में क्या जेनेटिक बीमारी हैं इसके बारे में जांच के बात ही बता पाएंगे। साथ ही नवजात के मल-मूत्र द्वार भी नहीं है।
एनसीयूआई में उपचार जारी
डॉक्टर विनोद गोलिया ने बताया कि नवजात अविकसित पैदा हुआ है। बच्चे का वजन 1 किलो 48 ग्राम है, जो सामान्य से भी कम है। इसके साथ ही नवजात के मल-मूत्र द्वार भी नहीं है। डॉक्टर का कहना था ऐसे केसों में गर्भवती सही समय पर अपनी जांच नहीं करवाती हैं, इसके चलते ऐसी घटनाएं सामने आ जाती हैं। अगर समय से पहले गर्भवती ने जांच करवाई होती तो इस प्रकार से विकसित नवजात नहीं जन्म लेता। हालांकि बच्चे की मां भावना का स्वास्थ्य सामान्य है। नवजात के कमर से नीचे का हिस्सा नहीं है। फिलहाल बच्चा डॉक्टर की निगरानी में जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती है।