उमरिया (राजर्षि मिश्रा). जिले के मानपुर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले खुटार गांव में राशन की कालाबाजारी करने का मामला सामने आया है। यहां ओपन कैप गेहूं भंडारण केन्द्र में गेहूं में जानबूझकर पानी मिलाया जा रहा था। पानी मिलाने के बाद गेहूं का वजन बढ़ जाता था। इसके बाद गेहूं को ग्रामीणों में वितरित किया जाता था।
प्रशासन की टीम ने की छापेमारी: गेहूं भंडारण केंद्र के कर्मचारी इस कारनामे को अंजाम दे रहे थे। इस मामले की शिकायत ग्रामीणों ने कलेक्टर से की थी। जिसके बाद रात में तहसीलदार प्रशासन की टीम के साथ भंडारण केंद्र पहुंचे। यहां तहसीलदार ने कर्मचारियों को गेहूं गीला करते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। वहीं, इस पूरे मामले में अधिकारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता है।
भण्डारण केंद्र से पहले पानी मिला गेहूं लोड होता था। फिर इसे सार्वजनिक वितरण केंद्र के माध्यम से गरीबों में वितरित किया जाता था। गेहूं गीला होने की वजह से ग्रामीणों को कम गेहूं मिलता था। गेहूं में पानी डालने वाले सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि इस केंद्र के प्रभारी पुरुषोत्तम वर्मा है, वह हनुमानपुर में रहते हैं। उनके कहने पर ही हम ये काम कर रहे थे। माल के लोड होने से पहले हम पानी डालने का काम करते थे।
कलेक्टर ने ये कहा: कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि हमें राशन दुकान में भेजे जाने वाले गेहूं को गीला करने की बात पता चली थी। इसके बाद हमने तहसीलदार और एसडीएम को वहां जांच करने भेजा। वहां लोगों ने बताया कि राशनिंग के लिए भेजा जाने वाला गेहूं बाकायदा गीला किया जाता है। ताकि उसका वजन बढ़ जाए और बचे हुए गेहूं की कालाबाजारी की जा सके। इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ये भी सुनिश्चित करेंगे कि आगे इस तरह की घटना न हो।