Damoh. दीपावली पर्व के चलते लोगों के घर में रंगाई-पुताई का कार्य चल रहा है। जबेरा थाने के मगराई गांव में भी एक घर में दीपावली की पुताई के चलते स्टील की टंकी में चूना गलाया जा रहा था। इसी दौरान टंकी में जोरदार ब्लास्ट हो गया जिससे मां और बेटा बुरी तरह झुलस गए। जिन्हें इलाज के लिए 108 की मदद से जिला अस्पताल लाया गया है।
जानकारी देते हुए पानबाई लोधी ने बताया कि दीपावली की पुताई के लिए घर में स्टील की टंकी में चूना डालकर उसे गलाया जा रहा था। तभी बेटे ने टंकी को ढक दिया और कुछ देर बाद टंकी में ब्लास्ट हो गया जिससे वह और पास में बैठा उसका बेटा महेंद्र लोधी बुरी तरह झुलस गए। परिवार के लोगों ने तत्काल 108 को सूचना दी और दोनों को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है।
भूकंप भी ला देता है चूना
विशेषज्ञों की मानें तो चूना पत्थर पानी से अभिक्रिया कर बड़ी मात्रा में कार्बनडाय ऑक्साइड और अन्य गैसें छोड़ता है। इस दौरान काफी ऊष्मा भी निकलती है। यदि चूने को गलाते वक्त सावधानी न बरती जाए तो ऐसा हादसा बिल्कुल संभव है। यहां तक कि चूना पत्थर वाले इलाकों में बरसात के समय चूने और पानी के मिलने से भूकंप के झटके तक महसूस किए जाते रहे हैं।
चूना गलाते वक्त नहीं ढांकना चाहिए पात्र
विशेषज्ञ बताते हैं कि चूना गलाते वक्त उस पात्र को ढांकना नहीं चाहिए, क्योंकि इस दौरान बड़ी मात्रा में गैस और ऊष्मा निकलती है। बिल्कुल प्रेशर कुकर की तरह, यदि ऐसे में पात्र को ढंक दिया जाए और गैस को निकलने की जगह नहीं मिले तो ब्लास्ट हो जाता है।