KHANDWA. इंदिरा सागर बांध के बैक वाटर ने कई गांवों की मुसीबत बढ़ाई है। इसकी वजह से कई गांवों का रास्ता बंद हो गया है। ग्रामीणों को आवागमन में कई तरह की परेशानियां हो रही हैं। यही हाल खंडवा जिले के मोहद गांव का है। मोहद गांव के बच्चे जान जोखिम में डालकर दूसरे गांव स्थित स्कूल में पढ़ने के लिए जाते हैं। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से उचित व्यवस्था करने की मांग की थी। इस खबर को मीडिया ने प्रमुखता से छापा था। इसके बाद जिम्मेदारों ने पानी में नाव चलाने की व्यवस्था की है। एसडीएम और बांध एजेंसी NHDC ने गांव का निरीक्षण करने के बाद नाव का संचालन शुरू किया है।
अच्छी बारिश से डैम लबालब भरा
एमपी में इस साल अच्छी बारिश हुई है। इससे प्रदेश के सभी नदी-नाले उफान पर रहे। प्रदेश के सभी डैम लबालब भरे हुए हैं। खंडवा का इंदिरा सागर बांध लबालब भरा हुआ है। डैम के बैक वाटर की जद में आने वाले क्षेत्र पानी में डूब गए हैं। इसके चलते मोहद गांव भी पूरी तरह पानी से घिरा हुआ है। गांव के रास्ते की पुलिया के ऊपर से पानी जा रहा है। इससे स्कूली छात्र बैलगाड़ी की मदद से बांगड़दा गांव स्कूल जाने को मजबूर हैं। अब एजेंसी ने नाव चलाना शुरू किया है। इससे लोगों में खुशी है।
एजेंसी ने नाव का संचालन किया शुरू
अब यहां मोहद गांव में आने-जाने के लिए इंदिरा सागर बांध एजेंसी NHDC ने नाव का संचालन शुरू किया है। इस पर मांधाता विधायक नारायण पटेल ने कहा कि जल्द ही मोहद गांव के रास्ते पर नई पुलिया का निर्माण करवाया जाएगा। रास्ते की पुलिया ऊंची बनेगी तो ग्रामीणों को आने-जाने में परेशानी नहीं होगी। बारिश में पुलिया पर पानी नहीं आ सकेगा। इससे बच्चों और ग्रामीणों को आने-जाने में कोई दिक्कत नहीं होगी।