उज्जैन. जिले में एक व्यक्ति ने बच्चा पैदा करने के लिए नागपुर (Nagpur) से एक युवती को खरीदा (bought a girl) था। युवती के जैसे ही बच्चा पैदा हुआ तो बच्चे को अपने पास रखकर उसे लावारिस हालात में छोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन से डिलीवरी होने के कुछ घंटे बाद युवती को भगा दिया था। इस वजह से उसकी हालत बिगड़ गई और पेट में इंफेक्शन हो गया। फिलहाल युवती का इलाज चल रहा है। मामला उज्जैन (Ujjain) के काठबड़ौदा गांव का है। इसका खुलासा 6 नवंबर को हुआ था। 10 नवंबर को पुलिस और बाल विकास की टीम आरोपी के गांव पहुंची।
ऑपरेशन के कारण पत्नी नहीं कर सकती बच्चा पैदा
आरोपी काठबड़ौदा गांव का सबसे प्रभावशाली व्यक्ति है, गांव का सबसे बड़ा मकान उसी का है। पीड़िता ने बताया कि उसकी पत्नी के दो बच्चे थे। किसी कारण दोनों की मौत हो गई, ऑपरेशन के कारण वह बच्चे को जन्म नहीं दे सकती थी। उन्होंने मुझे 16 महीने घर में कैद करके रखा। आरोपी अपनी पत्नी के पेट पर तकिया बांधता था ताकि किसी को शक न हो कि बच्चा किसी ओर का है।
युवती के साथ अमानवीयता
युवती ने बताया कि मुझे कार की सीट पर लिटाकर ले जाते थे ताकि कोई देख न सके। उसकी पत्नी मेरी चोटी पकड़कर मारती थी और पति के साथ सोने के लिए मजबूर करती थी। इसके बाद जब युवती गर्भवती हुई तो देवास के एक निजी अस्पताल में उसने अपनी पत्नी के नाम से अस्पताल में भर्ती कराया। ताकि बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र उसकी पत्नी के नाम पर रहे।
सख्त कार्रवाई करेंगे -ASP
ASP डॉ. रवींद्र शर्मा ने बताया कि युवती के साथ जो घटना सामने आई वह बेहद गंभीर है। सीएसपी इस मामले की जांच कर रहे हैं, जिसने गलत किया है, उनका पता लगाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को पुलिस की टीम गांव पहुंची तो गांव के लोग भी उसके खिलाफ कुछ बताने को तैयार नहीं थे। इतना ही बोले कि वह बहुत दबंग है।