बुरहानपुर. सांख्य योगी (तपस्वी) मंदिर या बहनों के इस मंदिर का निर्माण (temple construction) सिलमपुरा (Silampura) स्थित स्वामीनारायण मंदिर परिसर (Swaminarayan Temple Complex) में किया गया है। स्वामी नारायण संप्रदाय के तीर्थ कहे जाने वाले शहर के सिलमपुरा मंदिर में सार्घ शताब्दी महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। 29 दिसंबर तक चलने वाले इस महोत्सव में देशभर से स्वामी नारायण संप्रदाय के संत और भक्त शामिल होंगे। दुनिया में कई ऐसे मंदिर हैं, जहां पर महिलाओं का प्रवेश निषेद होता है। कई जगहों पर निर्धारित आयु की महिलाओं के दर्शन-पूजन पर रोक होती है। बुरहानपुर में भी ऐसा ही एक अनोखा मंदिर तैयार हुआ है। जहां पुरुष के प्रवेश पर प्रतिबंध है।
आयोजन का कार्यक्रम इस प्रकार है
मंदिर कोठारी पीपी स्वामी (Mandir Kothari PP Swami) ने बताया स्वामीनारायण संप्रदाय (Swaminarayan Sampradaya) में यह 300 साल पुरानी परंपरा है। इसके तहत पहले दिन रतीलाल सुगंधी के निवास से पोथी यात्रा शुरू हुई, जो मंदिर परिसर पहुंची। इसी दिन से श्रीमद् भागवत कथा के दसवें स्कंद की कथा शुरू हो गई। यह कथा रोजाना शाम चार बजे से सात बजे तक चलती है। कथा का वाचन आचार्य स्वामी सरजूदास कर रहे हैं। 26 दिसंबर को महाराजश्री (Maharajshree) का आगमन हुआ। महाराजश्री यज्ञ को संपंन कराएंगे।
मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा
27 दिसंबर को सुबह छह बजे से मंगला आरती, इसके बाद अभिषेक दर्शन, सुबह 11 बजे श्रृंगार व अन्नाकूट दर्शन हुए। इसके बाद महाराज श्री द्वारा बहनों के मंदिर में मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा (the consecration of idols) और नवनिर्मित घनश्याम भुवन (Newly constructed Ghanshyam Bhuvan) का उद्घाटन (Inauguration) हुआ। शाम को यज्ञ की पूर्णाहुति और महाराज के आशीर्वचन होंगे। देशभर में ऐसे करीब 5 हजार से अधिक और विदेशों में 1 हजार से अधिक सांख्य योगी (Sankhya Yogi) मंदिर हैं। देशभर में 10 हजार से ज्यादा और विदेशों (abroad) में 3 हजार से ज्यादा सांख्य योगी हैं।
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