Jabalpur. जबलपुर में गुरुवार को दिल्ली और जबलपुर सीबीआई टीम ने कैंट बोर्ड के दफ्तर में छापेमार कार्रवाई को अंजाम दिया है। कार्रवाई के दौरान अधिकारी कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति देखी गई। करीब 10 बजे दफ्तर खुलने के साथ ही सीबीआई की टीम कैंट बोर्ड कार्यालय आ धमकी और कैंट बोर्ड सीईओ से बंद कमरे में पूछताछ शुरू कर दी। सुबह दफ्तर आने वाले कर्मचारियों को भी बाहर कर दिया गया। वहीं किसी को भी ऑफिस में दाखिल होने पर रोक लगा दी गई। अचानक इस कार्रवाई से कार्यालय के बाहर चर्चाओं का दौर गरम हो गया।
भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला
बता दें कि कार्रवाई के दौरान टीम को भ्रष्टाचार से जुड़े कई सबूत मिलने की चर्चा है। जिस संबंध में अधिकारियों से पूछताछ चल रही है। बताया जा रहा है कि सुबह दो से तीन वाहनों में पहुंची सीबीआई की टीम ने कैंट बोर्ड के इंजीनियरिंग, स्वास्थ्य और राजस्व विभाग को अपने कब्जे में लेते हुए जांच शुरू कर दी। टीम में करीब 15 अधिकारी शामिल बताए जा रहे हैं।
अलग-अलग लोगों ने की हैं शिकायतें
जानकारी के मुताबिक सीबीआई को बीते कुछ माह में कैंट बोर्ड कार्यालय से जुड़े मामलों की अलग-अलग 8 लोगों ने दस्तावेजों के साथ शिकायत की थीं। ऐसी चर्चा है कि इन मामलों की जांच करने सीबीआई की टीम ने छापेमार कार्रवाई की है। यह भी कहा जा रहा है कि सीबीआई कैंट बोर्ड द्वारा बीते सालों में दिए गए टेंडरों से जुड़ी फाइलें भी खंगाल रही है। इन टेंडरों में गड़बड़ी के मामलों की चर्चा है।
फर्जी भर्ती का भी हो सकता है मामला
हाईकोर्ट के एक अधिवक्ता मौसम पासी ने कहा है कि कैंट बोर्ड में साल 2008 से लेकर अभी तक सैकड़ों भर्तियां की गई है। जिसमें फर्जीवाड़े की शिकायत उनके द्वारा अनेक बार सीबीआई को दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि यदि इस मामले को लेकर सीबीआई ने वर्तमान कार्रवाई की है तो वह कई अहम दस्तावेज टीम को मुहैया कराऐंगे।