Bhopal. पेयजल के लिए चल रही योजनाओं में घटिया सामग्री का उपयोग हो रहा है। टीकमगढ़ जिले की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जल निगम के एमडी से कहा कि जो सामग्री लग रही है, उसकी जांच करें। इसमें घटिया सामग्री की जानकारी मिली है। सीएम शिवराज गुरुवार सुबह 7 बजे टीकमगढ़ जिले की समीक्षा बैठक रहे थे। समीक्षा बैठक के दौरान जल योजनाओं का मुद्दा आया तो उन्होंने जल निगम के एमडी को भी मीटिंग में जोड़ने के निर्देश दिए। उधर, सीएम ने बिजली बिलों में राहत के लिए लगाए जाने वाले राहत कैंपों में जनप्रतिनिधियों को बुलाने के निर्देश दिए हैं।
पेयजल सप्लाई पर CM ने किए सवाल
टीकमगढ़ जिले में पेयजल योजना में घटिया सामग्री के इस्तेमाल पर सीएम शिवराज ने अफसरों की क्लास ली। जिले में पेयजल आपूर्ति और जल जीवन मिशन की योजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक में सीएम ने अफसरों से सवाल किए। सीएम ने पूछा कि जिले में पेयजल आपूर्ति की क्या स्थिति है। जवाब मिला कि टीकमगढ़ में दो योजनाएं हैं। पलेरा और बल्देवगढ़ तहसील में रोज जलापूर्ति हो रही है। सीएम ने कहा कि जिन गांवों में दूर से पानी ला रहे हैं, वहां पेयजल की व्यवस्था करें।
सड़कों के काम के बारे में जानकारी ली
सीएम ने जिला प्रशासन को प्रभारी मंत्री के साथ विशेष बैठक करने को कहा। सीएम ने कहा कि तात्कालिक और दीर्घकालिक समाधान निकालें। इस दौरान पेयजल योजना की गुणवत्ता का सवाल उठा। सीएम ने जल निगम के एमडी को मीटिंग में जुड़वाया। सीएम ने निर्देश दिए कि जो सामग्री लग रही है, उसकी जांच करें। घटिया सामग्री के उपयोग की जानकारी मिली है। वहीं, सीएम ने सड़कों के रेस्टोरेशन के देरी से चल रहे कामों को दिखवाने के निर्देश दिए।
जिले की सभी विधानसभा का रोडमैप सौंपे
बैठक में सीएम ने कहा कि टीकमगढ़ जिले की हर विधानसभा के विकास का सुनियोजित रोडमैप सौंपे। सीएम ने ऊर्जा साक्षरता मिशन चलाने के निर्देश भी दिए। सीएम ने कहा कि सरकार 22 हजार 500 करोड़ रुपए बिजली सब्सिडी पर खर्च कर रही है। हमें लोगों को जागरूक करना है कि अगर जरूरत न हो तो बिजली उपकरण न जलाएं। बिजली बचाएंगे तो प्रदेश के 4 हजार करोड़ रुपए बच जाएंगे। इसको हम दूसरे काम में लगाएंगे। इस दौरान सीएम ने कलेक्टर को कहा कि बिजली बिल माफी कैंप में जनप्रतिनिधियों को जरूर बुलाएं।