भोपाल. शिवराज सिंह चौहान ने उमा भारती की मांग पूरी तरह ठुकरा दी है। पूर्व CM उमा भारती मध्यप्रदेश में शराबबंदी की मांग लगातार कर रहीं हैं। इसका जवाब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने माखन नगर में आयोजित कार्यक्रम में दिया। गौरव दिवस पर उन्होंने कहा कि पीने वाले तो जुगाड़ लगा ही लेते हैं। नशा, नाश की जड़ है। हम सब मिलकर प्रयास करेंगे, तो धीरे-धीरे अपना गांव और प्रदेश नशामुक्त हो जाएगा। जब तक नशामुक्ति अभियान नहीं चलेगा हल नहीं मिलेगा।
फोकस गांव को नशामुक्त करना है
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम नशामुक्ति अभियान को लॉन्च करेंगे। इससे परिवार के परिवार तबाह होते हैं। शरीब तबाह होता है। घर तबाह होता है। यह काम कठिन है क्योंकि यह एक सामाजिक बुराई है। दुकान बंद करने से यह चीज खत्म नहीं होगी। जनता के मन से खत्म करने पर ही यह चीज खत्म हो सकती है। इस वजह से हम अपना फोकस गांव को नशामुक्त करने पर लगाएंगे। गांव के लोगों से निवेदन करेंगे कि वह शराब का सेवन न करें। दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने प्रदेश में शराब बंदी के लिए अभियान छेड़ दिया है।
ये भी कहा
नर्मदापुरम जिले के बाबई का नाम बदलकर पिछले दिनों माखनलाल चतुर्वेदी के नाम पर माखन नगर रखा गया है। मुख्यमंत्री राष्ट्रकवि माखनलाल चतुर्वेदी की जयंती समारोह में पहुंचे थे। सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि अपराधियों को दफन करना जरूरी है। सिर्फ जेल भेजना पर्याप्त नहीं है। जेल गए और जमानत पर आ गए। ऐसा तोड़ूंगा कि जीने के लायक नहीं बचेंगे। साथ ही कहा कि 21 अप्रैल से कन्या विवाह योजना फिर से शुरू हो रही है। 55 हजार रुपए एक विवाह में खर्च किए जाएंगे। विश्वसनीय लोगों की समिति बनेगी, बेटियों की शादी धूमधाम से की जाएगी। 2 मई को लाड़ली लक्ष्मी दिवस मनाया जाएगा। राज्य में 43 लाख लाड़ली लक्ष्मी बेटियां हो गई हैं। हमें कुपोषण दूर करना है। आंगनवाड़ी में गरीब परिवारों से बच्चे आते हैं। अभियान चले, गांव-गांव में टीम बनाओ, सरकार करेगी, लेकिन समाज भी करेगा, ताकि बच्चे तंदुरुस्त रहें। हर समाज के मेधावी छात्रों के लिए हमने योजना बनाई है कि मेडिकल कॉलेज में एडमिशन होने पर उनकी सारी फीस सरकार भरेगी।