सीहोर. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj) भाईदोज के दिन अपने पैतृक गांव जैत (Jait) पहुंचे। यहां शिवराज को उनके गांव वालों और आसपास के गांव के लोगों ने जलसंकट (Water crisis) की समस्या बताई। साथ ही कई आवेदन थमा दिए। अपने गांव में पानी की समस्या देखकर सीएम अफसरों पर भड़क गए। सीएम ने कहा कि जल निगम तुम कर क्या रहे हो? मेरे ही क्षेत्र में पानी नहीं आ रहा। ये मुख्यमंत्री का काम है कि टोटी में पानी आ रहा है कि नहीं, अब इसके लिए मेरे पास आएंगे लोग, एक-एक टोटी मैं देखूंगा क्या?
शिकायत मिली तो तुम नहीं रहोगे- CM
शिवराज ने अफसरों से कहा कि तुम करते क्या हो? 15 दिन का समय दे रहा हूं। पूरा चेक करो और ठीक करो। मुझे रिपोर्ट करो, इसके बाद कहीं से शिकायत आई तो फिर खैर नहीं। एक-एक को सही कर दूंगा। एक साथ आवेदन दे रहा हूं, 15 दिन के बाद पूछूंगा। अगर एक जगह भी शिकायत आ गई तो तुम नहीं रहोगे। ये कोई तरीका थोड़ी होता है, एक-एक टोटी थोड़ी देखूंगा।
इतना इन्वेस्ट करने के बाद भी समस्या
सीएम शिवराज 6 अक्टूबर को सीहोर जिले में अपने गांव जैत पहुंचे थे। सीएम ने कहा कि नर्मदा का पानी लाने में इतना पैसा सरकार ने इन्वेस्ट किया है। आधे गांव में पानी, आधे में पानी नहीं। फिर इसका क्या मतलब है। 15 दिन बाद कमिश्नर और कलेक्टर खुद चेक करेंगे। जहां गड़बड़ मिली, वहां मैं एक तरफ से ठीक कर दूंगा।
भाई दूज के पावन अवसर पर अपने गृह ग्राम जैत स्थित नर्मदा घाट पहुंचकर मध्यप्रदेश की प्राणदायिनी मां नर्मदा की पूजा-अर्चना की!
हे मां रेवा, अपने अमृततुल्य जल से प्रदेशवासियों के सूखे कंठों और खेतों की प्यास बुझाती रहना, अपना आशीर्वाद सदैव बनाये रखना, यही प्रार्थना। हर हर नर्मदे! pic.twitter.com/XmSN57mQwZ
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 6, 2021