Jabalpur. जबलपुर में स्मार्ट सिटी और जबलपुर दुग्ध संघ मिलकर एक सीएनजी प्लांट स्थापित करने जा रहे हैं जिससे अभी तक नदियों को प्रदूषित करने वाले गोबर से बायोगैस बनाई जाएगी। इस पहल से न केवल गोबर से बुरी तरह प्रदूषित परियट और गौर नदियों की हालत सुधरेगी बल्कि गैर परंपरागत ऊर्जा भी भरपूर मात्रा में मिलेगी। बताया गया है कि इस सीएनजी प्लांट से प्रतिदिन 2400 किलो बायो सीएनजी गैस का उत्पादन होगा। जिसके लिए प्लांट में रोजाना 150 टन गोबर का उपयोग किया जाएगा। प्रशासन की मानें तो यह प्लांट मई 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
परियट में ही स्थापित होगा प्लांट
मानस भवन में आयोजित बैठक में कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी ने बताया कि प्लांट परियट स्थित दुग्ध संघ परिसर में ही स्थापित कराया जाएगा ताकि गोबर के लिए अनावश्यक परिवहन न कराना पड़े। प्लांट की स्थापना का काम शुरू भी हो चुका है। जिसके तहत प्लांट तैयार करने एजेंसी का चयन करके सांची दुग्ध संघ ने वर्क ऑर्डर भी जारी कर दिया है। बता दें कि यह प्लांट महाकौशल क्षेत्र का पहला बायो सीएनजी प्लांट होगा। जिससे डेयरियों से निकलने वाले गोबर के प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी। इस बाबत जानकारी स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट्स की समीक्षा के दौरान जिला कलेक्टर को दी गई।
सफलता मिलने पर गौर में भी लग सकता है प्लांट
शुरूआती तौर पर यह नवाचार अभी पनागर में किया जा रहा है। जहां बड़ी संख्या में डेयरियां मौजूद हैं। साथ ही दुग्ध संघ का मुख्य कार्यालय भी मौजूद है। इस प्लांट के सफल संचालन के बाद गौर क्षेत्र में भी इस प्रकार का प्लांट लगाया जा सकता है। बता दें कि गौर क्षेत्र में भी काफी डेयरियां हैं जिनसे न केवल गौर नदी प्रदूषित हो रही है बल्कि सारी गंदगी नर्मदा में भी जाकर मिलती है।
इस दौरान स्मार्ट सिटी की बैठक में जिला कलेक्टर के अतिरिक्त नगर निगम कमिश्नर आशीष वशिष्ट समेत स्मार्ट सिटी लिमिटेड के समस्त अधिकारी मौजूद रहे।