Bhopal. सीपीए बंद होने के बाद कर्मचारियों के सामने वेतन का संकट खड़ा हो गया है। आलम यह है कि सीपीए के अधीन आने वाले कर्मचारियों को तीन महीने से वेतन नहीं दिया गया हैं जिससे उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। वेतन नहीं दिए जाने के विरोध में मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के बैनर तले मंत्रालय के सामने सीपीए के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
सीपीए के कर्मचारियों ने तीन महीने का वेतन जारी करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से मध्यप्रदेश कर्मचारी मंच ने मांग की कि सीपीए को बंद करने से पहले सरकार स्थाई कर्मियों के बारे में ठोस निर्णय लें उसके बाद सीपीए को बंद किया जाए। कर्मचारियों का कहना है कि पैसा नहीं होने से उनके बच्चों का भविष्य भी संकट में आ गया है। स्कूल में फीस भरने में असमर्थ बच्चों के स्कूल से नाम काटे जा रहे है।
कर्मचारियों के आगे रोजी रोटी का संकट
सीपीए को बंद करने के लिए तीन महीने का समय दिया गया है। उसके बाद से ही स्थाई कर्मियों के वेतन पर रोक लगी हुई है। जिससे कर्मचारियों के सामने भुखमरी की स्थिति बन रही है। कर्मचारियों को वेतन जारी करने के लिए मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव को पत्र लिखा गया है। इसके बाद भी वेतन नहीं जारी किया गया है। कर्मचारी मंच के प्रातांध्यक्ष अशोक पांडे का कहना है कि सैकड़ों कर्मचारियों को वेतन जारी नहीं किया गया है। इसलिए कर्मचारी प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हो रहे हैं।