GWALIOR : कोरोना वार्ड में जबरन भर्ती करने से हुई मौत के मामले में कल्याण हॉस्पिटल के चार डॉक्टर्स पर केस दर्ज

author-image
Dev Shrimali
एडिट
New Update
GWALIOR : कोरोना वार्ड में जबरन भर्ती करने से हुई मौत के मामले में कल्याण हॉस्पिटल के चार डॉक्टर्स पर केस दर्ज


GWALIOR.  शहर के प्रतिष्ठित अस्पताल कोरोना काल में पैसे के लालच में कैसे लोगों की जान से खेल रहे थे इसका खुलासा एक जांच के बाद हुआ । इसमें खुलासा हुआ कि डॉक्टर्स ने एक युवा को जबरन कोरोना मरीजों के साथ भर्ती करा दिया इससे वह कोरोना संक्रमित हो गया। उससे पैसे ऐंठते रहे और तब तक जब तक की उसकी मौत नहीं हो गई। इस मामले में पुलिस ने कल्याण मेमोरियल मल्टी स्पेशलिस्ट अस्पताल के चार डॉक्टर्स के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज किया गया है।



विगत वर्ष कोरोना काल के दौरान जहां कई डॉक्टरों और अस्पतालों ने लोगों को दूसरा जीवन दिया तो वही कुछ लालची डॉक्टरों और अस्पताल संचालकों द्वारा लूटमार भी मचाई गई। इसी लूटमार और जालसाजी का खुलासा  हुआ जब कोरोना काल के दौरान एक मरीज की मौत पर उसके परिजनों द्वारा शिकायत करने और स्वास्थ्य महकमे की जांच में उपरोक्त हॉस्पिटल संचालकों की गड़बड़ी मिलने पर उनके खिलाफ ग्वालियर के पड़ाव थाने में झूठा इलाज देकर धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया गया है। दरअसल ग्वालियर के पड़ाव इलाके में बने कल्याण हॉस्पिटल में वर्ष 2021 में कोरोना काल के दौरान शहर के सचिन शर्मा को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। सचिन को केवल चेस्ट इंफेक्शन था लेकिन उसे अकारण कोरोना वार्ड में भर्ती कर दिया । उनके परिजनों से पैसे ऐंठते रहे । 9 मई को सचिन के दौरान इलाज मौत हो गई थी ।

 डॉ अशोक शर्मा निवासी शकुंतला पुरी की शिकायत पर कल्याण मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल पड़ाव ग्वालियर के डॉक्टर खुशाली कोटेचा, डॉ राघवेंद्र शर्मा ,डॉ आदित्य तिवारी एवं डॉ अरुण तिवारी के विरुद्ध रोगी सचिन शर्मा की ट्रीटमेंट फाइल में कूट रचना कर धोखाधड़ी करने के संबंध में धारा 420 ,467, 468, 471, 34 भारतीय दंड विधान की एफ आई आर क्रमांक 359/ 2022  29 जुलाई 2022 को पंजीबद्ध किया गया। पुलिस ने बताया कि  अशोक शर्मा के पुत्र सचिन शर्मा को इलाज के लिए 24 अप्रैल  को कल्याण मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल पड़ाव में फेफड़े में इन्फेक्शन की शिकायत के साथ भर्ती किया गया था । रोगी की आरटी पीसीआर अथवा रैपिड एंटीजन टेस्ट की जांच कराए बिना रोगी को कोविड वार्ड में भर्ती कर दिया था जिससे रोगी को कोरोना संक्रमण हो गया और दिनांक 9 मई 2021 को रोगी सचिन की मृत्यु हो गई  । रोगी के पिता ने उपचार में लापरवाही की शंका होने पर कल्याण हॉस्पिटल से रोगी की ट्रीटमेंट फाइल की प्रमाणित प्रति प्राप्त की थी । उपचार सीट में लापरवाही किए जाने की बात पता चलने पर डॉ अशोक शर्मा ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ग्वालियर को शिकायत करते हुए अस्पताल का पंजीयन निरस्त करने का निवेदन किया था।



ये रही जांच रिपोर्ट




 सीएमएचओ कार्यालय द्वारा डॉक्टरों की कमेटी बनाई थी कमेटी द्वारा जांच किए जाते समय अस्पताल प्रबंधन द्वारा रोगी की ट्रीटमेंट फाइल में नए ट्रीटमेंट नोट्स अंकित किए थे जो की प्रमाणित प्रतिलिपि मैं अंकित नहीं थे एवं रोगी को कोरोना संक्रमण की किसी विश्वसनीय जांच से पुष्टि ना होने पर भी रोगी को कोविड सेंटर में संक्रमित रोगियों के साथ भर्ती करना जांच में पाया गया। क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाओं द्वारा भी रोगी के उपचार में अनियमितताएं एवं दस्तावेजों में छेड़छाड़ होना पाया गया था। किंतु डॉ मनीष शर्मा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अस्पताल के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की एवं मात्र चेतावनी पत्र जारी कर अस्पताल प्रबंधन को अनुचित लाभ पहुंचाया था एवं अस्पताल प्रबंधन से मिलकर प्रार्थी अशोक शर्मा की शिकायत को भी नस्ती करने का प्रयास किया गया था। इसके बाद परिजनों ने  पुलिस में शिकायत की तो सीएसपी विजय भदौरिया द्वारा डॉ अशोक शर्मा की शिकायत की जांच की एवं अस्पताल प्रबंधन के डॉ राघवेंद्र शर्मा डॉक्टर खुशाली कोटेचा डॉक्टर अरुण तिवारी एवं डॉ आदित्य तिवारी के विरुद्ध दस्तावेजों में हेरफेर कर धोखाधड़ी करने के संबंध में f.i.r. करने की अनुशंसा की थी ।  जांच उपरांत पड़ाव थाना पुलिस ने   दोषी चिकित्सकों के विरुद्ध अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है


कोरोना Corona police पुलिस अस्पताल criminal Hospital doctors डॉक्टर्स Multi Specialist मल्टी स्पेशलिस्ट आपराधिक