REWA: अंधविश्वास का अंधा खेल,  मृत बच्चे को दोबारा जीवित करने का प्रयास, कुल देवी मंदिर में लग रहा जमावड़ा

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Vivek Sharma
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REWA: अंधविश्वास का अंधा खेल,  मृत बच्चे को दोबारा जीवित करने का प्रयास, कुल देवी मंदिर में लग रहा जमावड़ा

अविनाश तिवारी, Rewa. रीवा जिले के सगरा थाना क्षेत्र अंतर्गत बक्छेरा गांव से आज अंधविश्वास का अनोखा दृश्य सामने आया है जहां 1 महीने पहले मृत हुए 4 साल के बच्चे को दोबारा जीवित करने का दावा किया जा रहा है। इसके लिए सैकड़ों ग्रामीण गांव में स्थित कुलदेवी के मंदिर में बैठकर पूजा अर्चना कर रहे हैं। ग्रामीणों की मानें तो सपने में आकर माता ने कहा कि जिस स्थान पर बच्चे को दफनाया गया है वहां की मिट्टी लेकर आओ तथा जब मिट्टी को माता के चरणों में रखा गया तो  वह मिट्टी फूल में परिवर्तित हो गई तथा बाद में फूल हड्डी का टुकड़ा बन गई जिसे टोकरी के अंदर छुपा कर रखा गया है तथा दावा किया जा रहा है कि जल्द ही उस हड्डी में जान आ जाएगी अब 1 महीने पहले डॉक्टरों ने जिस बच्चे को मृत घोषित किया था तथा बाद में उसे दफना दिया गया था वह जीवित हो जाएगा।  





कुलदेवी सपने में आईं





हिंदू मान्यता के अनुसार पौराणिक कथाओं में भी आपने यह कभी नहीं सुना होगा कि मृत व्यक्ति जीवित हो सकता है परंतु रीवा में इसे चरितार्थ करने की कोशिश की जा रही है जिसके लिए कुल देवी के मंदिर में सैकड़ों लोग एकत्रित होकर एक मरे हुए बच्चे को जीवित करने का प्रयास कर रहे हैं। दरअसल बीमारी के कारण 1 महीने पूर्व रीवा जिले के गुढ़ थाना क्षेत्र के भीटी गांव के रहने वाले आदिवासी परिवार के बच्चे की संजय गांधी अस्पताल में मौत हो गई थी जिसके बाद बच्चे को गांव में दफना दिया गया था परंतु बाद में परिवारजनों द्वारा यह दावा किया जाने लगा कि उन्हें देवीमाता ने सपने में पुत्र के जीवित होने का वरदान दिया है जिसके लिए वह बाकायदा सपने में आई हुई माता के कहे अनुसार गांव से 20 किलोमीटर दूर सगरा थाना क्षेत्र के बक्छेरा गांव में स्थित कुलदेवी की उपासना में लग गए।  





मिट्टी हड्डी में परिवर्तित 





बताया जा रहा है कि देवी माता ने परिवार जनों के सपने में आकर कहा कि जहां पर बच्चे को दफन किया गया है वहां से उसके शरीर की मिट्टी लाकर कुलदेवी मंदिर में माता की चरणों पर रख दो जिसके बाद मृत बच्चे के परिवार जनों ने मिट्टी को देवी माता के चरणों में रख दिया जिसके बाद उस मिट्टी का फूल में परिवर्तित होने का दवा किया जा रहा है। परिवार जनों की मानें तो जब वह मिट्टी फुल में परिवर्तित हो गई तो उसे लाल कपड़े में बांधकर वह घर लेकर गए जहां 1 दिन के भीतर ही वह फूल हड्डी में परिवर्तित हो गया जिसके बाद तमाम ग्रामीण जन परिवार वालों के साथ मिलकर पूजा-अर्चना में लग गए तथा 10 दिनों तक अपने घर में ही पूजा-अर्चना करने के बाद गुरुवार की शाम तमाम ग्रामीण जन एकत्रित होकर बक्छेरा गांव में स्थित कुल देवी के मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंच गए जहां पर अब मृत हुए बच्चे को जीवित करने का प्रयास किया जा रहा है,... 





मूर्ति से आंसू निकलने का दावा





मामले की जानकारी जब देर रात मीडिया टीम को हुई तो मौके पर पहुंच कर मीडिया ने जो नजारा देखा तो चौंका देने वाला था। वहां लोगों की भीड़ लगी थी। दावा किया जा रहा है जिस कुलदेवी के मंदिर में बैठकर ग्रामीण जन पूजा अर्चना कर रहे हैं वहां पर माता की आंखों से आंसू की धारा बह रही है तथा टोकरी के नीचे हड्डी के टुकड़े को रखकर लोग उपासना में लगे हुए हैं। इस दौरान जब परिवार जनों से बातचीत का प्रयास किया गया तो कैमरे के सामने ही एक महिला ने खुद के ऊपर ही देवी को सवार होने का दावा कर दिया और जोर जोर से चिल्लाने लगी हालांकि वह यह नहीं वह यह नहीं बता पाए कि बच्चा कब तक जीवित शरीर के रूप में परिवर्तित हो जाएगा







 



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