कमलेश सारडा, Neemuch. नीमच में जमीन से जुड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। यहां एक महिला व उसके सहयोगियों ने एक ही जमीन को दो बार बेच दिया और वे तीसरी बार फिर जमीन को बेचने की फिराक में थे लेकिन जमीन मालिक की सजगता और सतर्कता से आपराधिक साजिश का पर्दाफाश हो गया। पुलिस ने जमीन मालिक की शिकायत पर ग्राम मालखेड़ा की रामशोभा सहित 7 आरोपियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है एवं इन आरोपियों के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र, धोखाधड़ी के आरोप में प्रकरण दर्ज किया है। इस प्रकरण में रामशोभा सहित अन्य आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी संभावित है और जांच में ग्राम मालखेड़ा में जमीनों की हेरफेर के कई मामलों के उजागर होने की संभावना है। मामले में नीमच सिटी पुलिस गहनता से आगे की जांच कर रही है।
गलत दस्तावेजों के आधार पर धोखाधड़ी
नीमच सिटी पुलिस के अनुसार शिकायतकर्ता चौधरी मोहल्ला नीमच निवासी संदीप पिता उमराव सिंह राठौर है। शिकायतकर्ता के अनुसार उनकी माता इंदिरा बाई के नाम नीमच तहसील के ग्राम मालखेड़ा में सर्वे नंबर 1318/2 रकबा 0.27 हेक्टेयर जमीन है जोकि उन्होंने ग्राम मालखेड़ा की धापू बाई पति रोड़ा, रामशोभा पिता रोड़ा जी व रामकन्या पिता रोड़ा से दिनांक 17 मई 2005 को खरीदकर कब्जा प्राप्त कर लिया था एवं विधिवत तरीके से जमीन का नामांतरण भी अपने नाम पर करा लिया था। इसी जमीन को आपराधिक साजिश रचकर गलत दस्तावेजों के आधार पर धोखाधड़ी करते हुए ग्राम मालखेड़ा की धापू बाई व रामशोभा बाई ने दिनांक 17 अप्रैल 2012 को दोबारा बेच दिया।
बड़े सिंडिकेट की तलाश
इस अवैध कारोबार में रामशोभा के रिश्तेदारों व जमीन के कारोबार से जुड़े कुछ दलालों ने सहयोग किया। बाद में पुलिस ने शिकायतकर्ता संदीप राठौर की शिकायत पर रामशोभा पति राजमल उर्फ राजू मेघवाल, उसकी मां धापू बाई पति रोड़ा निवासी ग्राम मालखेड़ा, पति राजमल उर्फ राजू पिता धन्नालाल मेघवाल निवासी ग्राम जमुनिया कलां, मामी मंजू बाई पति शंकरलाल मेघवाल, मामा शंकरलाल पिता उंकारलाल मेघवाल निवासी ग्राम नेवड़, जमीन बिकवाने में सहयोगी व दोबारा रजिस्ट्री कराने में गवाही देने वाले पप्पूलाल पिता मोतीलाल तेली निवासी ग्राम धनेरिया कलां व प्रहलाद पिता घीसालाल मेघवाल निवासी ग्राम बिसलवास कलां के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करेगी ताकि पूछताछ में जमीनों की हेरफेर के बड़े सिंडिकेट का खुलासा हो सके।
रामशोभा बन मामी मंजू बाई ने कराई साल 2012 में दोबारा रजिस्ट्री
जमीन की अवैध बिक्री साल 2102 में हुई, तब रामशोभा लापता थी। इस पर रामशोभा बनकर उसकी ग्राम नेवड़ निवासी मामी मंजूबाई पति शंकरलाल मेघवाल ने जमीन की दोबारा रजिस्ट्री कराई। जब यह मामला खुला और रामशोभा मिल गई तो रामशोभा व उसके पति राजमल उर्फ राजू ने जमीन की इस अवैध रजिस्ट्री का समर्थन करते हुए तहसीलदार न्यायालय में झूठे शपथ पत्र दिए कि जमीन को दोबारा बेचने का काम मामी मंजू बाई ने नहीं बल्कि खुद रामशोभा ने ही किया एवं रजिस्ट्री भी मैंने ही कराई थी। इस तरह रामशोभा और सहयोगी जमीन को अवैध रूप से साल 2012 में ही बेच चुके हैं और इसी जमीन को तीसरी बार बेचने की तैयारी में थे लेकिन इसके पहले पुलिस ने तथ्यों और दस्तावेजों के आधार पर प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया।
ग्राम मालखेड़ा में आपराधिक गतिविधियों को बढ़ाने की कोशिश
ग्राम मालखेड़ा की रामशोभा व उसके सहयोगी जो जमीनें सालों पूर्व बेच चुके हैं, उन्हें दोबारा अपना बताकर बेचने का काम करते हैं। इस कार्य में वे अवैध रूप से लाभ कमाने और धोखाधड़ी करने के लिए ग्राम मालखेड़ा में आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में भी उन्हें कोई परहेज नहीं है। उनकी इस कोशिश से राजस्थान और अन्य जिलों के भूमाफिया व आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की ग्राम मालखेड़ा में आवाजाही दिन प्रतिदिन बढ़ रही थी। रामशोभा व उसके सहयोगी के रूप में जमीनों के कारोबार से जुड़े कई दलाल भी काम कर रहे थे जो समाचार पत्रों में असत्य आधारों पर जमीनों की जानकारी प्रकाशित कर शहर के प्रबुद्ध व प्रभावशाली लोगों (जिनकी जमीनें ग्राम मालखेड़ा व उसके लगे हिस्से में हैं) को परेशान करने का काम कर रहे थे। पुलिस को इस ओर भी विशेष ध्यान देकर प्रभावी कार्रवाई करना चाहिए ताकि जिले में आपराधिक गतिविधियों का विस्तार नहीं हो सके।
जमीन के हेरफेर के 2 और मामलों में जांच जारी, जल्द कार्रवाई संभावित
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मॉनीटरिंग में नीमच सिटी पुलिस 2 और मामलों की जांच कर रही है। पुलिस को प्राप्त 2 शिकायती आवेदनों में एक आवेदन में अनावेदक रामशोभा व उसके सहयोगी है जबकि दूसरे आवेदन में अनावेदक रामशोभा के नजदीकी रिश्तेदार ही है जो अपनी जमीनें पूर्व में बेच चुके हैं एवं अब अवैध लाभ कमाने के लिए जमीनों को नए सिरे से बेचने की कोशिशों में जुटे हैं। यह लोग भी एक ही जमीन को दोबारा बेच चुके हैं एवं अब उक्त जमीन को ही अवैध रूप से तीसरी बार बेचने की फिराक में हैं। इन लोगों की इन अवैध कोशिशों व कारोबार में कलेक्टोरेट में सक्रिय रहने वाले कुछ दलाल जो कि जमीनों के कारोबार से जुड़े हैं, मदद कर रहे हैं। यह लोग भी आने वाले दिनों में पुलिस की जांच के दायरे में आ सकते हैं।