देव श्रीमाली, Delhi/Bhopal. राजस्थान में हुए चिंतन शिविर का असर अब कांग्रेस में दिखना शुरू हो गया है। इसका एक बड़ा असर मध्यप्रदेश में ही देखने को मिल रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का प्रभाव एक बार फिर कांग्रेस संगठन में बढ़ गया। कांग्रेस द्वारा बनाई गई दो कमेटियों में उन्हें स्थान दिया गया है। खास बात ये है कि इसमें से एक कमेटी में युवा नेता जीतू पटवारी भी जगह पा गए हैं। भारत जोड़ो यात्रा के लिए बनाए गए सेंट्रल प्लानिंग समन्वयक ग्रुप में दिग्विजय सिंह को पहला स्थान मिला है। दूसरे नंबर पर युवा नेता सचिन पायलट है। डॉ शशि थरूर के अलावा बाकी इसमे युवा ही है जिनमे रवनीत सिंह बिट्टू,केजे जॉर्ज, जोथी मनी, प्रद्युत बोरदोलोई, जीतू पटवारी और सलीम अहमद को जगह मिली है। ऐसे में जीतू पटवारी के भविष्य में केंद्रीय राजनीति में सक्रिय करने के संकेत मिलते हैं।
नही दिखा युवा वाला फॉर्मूला
बाकी दो और कमेटी गठित हुई लेकिन इसमे युवाओं को आगे बढ़ाने या पचास प्रतिशत युवाओं का फार्मूला लागू होते नही दिखा बल्कि सफेदी का ही दबदबा रहा। पॉलिटिकल अफेयर्स ग्रुप में शामिल राहुल गांधी भले ही युवाओं में शुमार हों, लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे,गुलाम नबी आजाद,अम्बिका सोनी,दिग्विजय सिंह,आनंद शर्मा, कैसी वेणुगोपाल और जितेंद्र सिंह सभी उम्रदराज है। इसी तरह 2024 के लिए बनाई गई टास्कफोर्स में पी चिदम्बरम ,मुकुल वासनिक,जयराम रमेश,प्रियंका गांधी, रणदीप सुरजेवाला और सुनील वेणुगोपाल हैं। इसमें वेणु और प्रियंका ही सबसे युवा है ।
जी-23 को भी जगह
इस बदलाव में उन नेताओं को भी जगह मिली है जो जी 23 के नाम से मीडिया में कांग्रेस को लेकर बयानवाजी करते रहते है । इनमे से गुलाम नवी आज़ाद और आनंद शर्मा को राजनीतिक गतिविधियां तय करने वाले समूह में शामिल किया गया है।