![MP : युवती के हत्यारों को नहीं खोज पाई पुलिस, ASI ने पंडोखर सरकार से आरोपियों के नाम पूछे, भविष्यवाणी के आधार पर चाचा हुआ अरेस्ट](https://img-cdn.thepublive.com/fit-in/1280x960/filters:format(webp)/sootr/media/post_banners/128e203f48d5011f36a502046f88b64b837c7a8d266067c989e0665c2817f71b.jpeg)
हिमांशु अग्रवाल, CHHATARPUR. छतरपुर (Chhatarpur) की बमीठा पुलिस (Bamitha Police) से जब एक हत्या का मामला नहीं सुलझा तो वो पंडोखर सरकार (pandokhar sarakaar) की शरण में पहुंच गई। पुलिस ने भविष्यवक्ता महाराज (पंडोखर सरकार) से आरोपियों के नाम पूछे। उनसे मिले संकेतों के आधार पर युवती के चाचा को गिरफ्तार कर लिया गया और पहले से गिरफ्तार किए गए तीन युवकों को छोड़ दिया गया। पीड़ित परिवार ने चाचा की गिरफ्तारी के खिलाफ एसपी (SP) से शिकायत की। एसपी ने एक्शन लेते हुए थाना इंचार्ज पंकज शर्मा SHO Pankaj Sharma() को लाइन अटैच और एएसआई अनिल शर्मा (ASI Anil Sharma) को सस्पेंड कर दिया है।
पुलिस से नहीं सुलझी हत्या की गुत्थी तो महाराज के पास लगाई अर्जी
छतरपुर के बमीठा थाना क्षेत्र में बीते दिनों कुएं में 17 साल की लड़की की लाश मिली थी। परिजन ने हत्या की आशंका जताते हुए केस दर्ज करवाया था। पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ की लेकिन हत्या की गुत्थी नहीं सुलझी। ऐसे में पुलिस परेशान होकर भविष्यवक्ता (पंडित जी) की शरण में गई और केस की अर्जी कोर्ट की जगह महाराज के पास लगा दी। महाराज ने संकेतों के माध्यम से मृतक युवती के चाचा को हत्या का आरोपी बताया। पुलिस ने भविष्यवक्ता के कहे अनुसार मृतक के चाचा को गिरफ्तार भी कर लिया। पुलिस साक्ष्य नहीं जुटा पाई लेकिन जांच जारी रखी।
कौन हैं पंडोखर सरकार ?
पंडोखर सरकार नाम के पंडित भविष्यवाणी (Prediction) करते हैं। भविष्य जानने के लिए दूर-दूर से लोग संत पंडोखर सरकार के पास आते हैं। वे भी पर्ची में समस्या का हल लिख देते हैं। उनके भक्त प्रदेश के सीएम, गृह मंत्री से लेकर आला अधिकारी हैं। संत पंडोखर सरकार के भक्त उनकी हर एक बात को अंतिम सत्य मानते हैं और बताए हुए सुझावों का पालन करते हैं। संत पंडोखर के सोशल मीडिया पर मिलियन में फॉलोअर्स हैं। बमीठा थाना पुलिस के उच्च कर्मचारियों को भी संत की वाणी पर अटूट विश्वस है। इसलिए केस के सिलसिले में एएसआई अनिल शर्मा ने संत पंडोखर सरकार की शरण ली। एएसआई अनिल शर्मा ने इनके दरबार में अर्जी लगाई तो पंडोखर सरकार ने पुलिस को हत्या के खुलासे के लिए कुछ क्लू दिए। इसी क्लू के आधार पर पुलिस ने मृतक लड़की के चाचा तीरथ अहिरवार को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने परिजन को दिखाया पंडोखर सरकार का वीडियो
पुलिस ने खुलासा करते हुए दावा किया था कि आरोपी चाचा को भतीजी के चरित्र पर शंका थी। इसलिए उसने गला घोंटकर हत्या कर दी और शव कुएं में फेंक दिया। मृतक युवती के परिजन को पुलिस की ये कहानी पची नहीं और थाना पुलिस इंचार्ज पंकज शर्मा से बात की। तब पंकज शर्मा ने पीड़ितों को पंडोखर सरकार का एक वीडियो दिखाया। वीडियों में एएसआई अनिल शर्मा संत पंडोखर सरकार से केस के आरोपियों के विषय में पूछते हैं। इसके जवाब में पंडोखर सरकार कहते हैं कि इस हत्याकांड में तीनों युवकों के आलावा किसी चौथे व्यक्ति का हाथ है। साथ में कुछ सांकेतिक बातें भी बताते हैं।
एसपी सचिन शर्मा ने पुलिसकर्मियों पर की कार्रवाई
वीडियो के आधार पर बमीठा पुलिस की कार्रवाई को पीड़ित परिवार ने अस्वीकार किया और अपनी आपत्ति व्यक्त की। पीड़ित परिवार ने इसकी शिकायत एसपी से की। एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई की। छतरपुर एसपी सचिन शर्मा ने थाना इंचार्ज पंकज शर्मा को लाइन अटैच कर दिया है और एएसआई अनिल शर्मा को सस्पेंड करने का आदेश दिया है। साथ ही मामले की जांच खजुराहो एसडीओपी को सौंपी गई है।