छतरपुर. यहां के बड़ा मलहरा इलाके की महिला-बाल विकास परियोजना अधिकारी 30 हजार की रिश्वत लेने में सह आरोपी बनाई गई है। महिला अफसर ने एक ट्रांसफर के लिए पैसे मांगे थे। पीड़ित ने शिकायत की तो लोकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई की।
ये है मामला: महिला-बाल अधिकारी एकता गुप्ता ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता संपत अहिरवार के पति मुकेश से ट्रांसफर के नाम पर 1 लाख 25 हजार रुपए मांगे थे। इसकी पहली किस्त तीस हजार 24 जनवरी को देने को कहा। मुकेश ने रिश्वत की मांग से परेशान होकर इसकी शिकायत सागर लोकायुक्त मे कर दी।
कम्प्यूटर ऑपरेटर के पास रखवाती थी पैसे: जैसे ही मुकेश रिश्वत की रकम देने के लिये परियोजना अधिकारी एकता गुप्ता के पास गया तो उसने पैसे कम्प्यूटर ऑपरेटर गोलू सेन को देने की बात कही। जैसे ही मुकेश ने रिश्वत की राशि गोलू को दी, वैसे ही सागर लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त पुलिस की पूछताछ में गोलू ने मैडम यानी एकता गुप्ता का नाम लिया। लिहाजा एकता को सह आरोपी बनाया गया।
पीड़ित मुकेश ने ये कहा: मैडम (एकता गुप्ता) से पदस्थापना (ट्रांसफर) के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि 1.25 लाख लगेंगे। बाद में कहा कि 30 हजार का इंतजाम कर लो, मैं फाइल आगे बढ़ा दूंगा। 24 जनवरी को मैं पैसे लेकर पहुंचा। मैडम ने कहा कि कम्प्यूटर ऑपरेटर को दे दो। बस तभी कार्रवाई हो गई। यह पूछे जाने पर कि कार्रवाई क्यों करवाई तो मुकेश ने कहा कि रिश्वत की मांग से परेशान हो गए थे।