Bhopal. मध्य प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना को पुन: प्रारंभ किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 21 अप्रैल को नसरूल्लागंज से सामूहिक विवाह योजना का शुभारंभ किया। समारोह में जिले की लगभग 500 लाडलियों का विवाह किया गया। सीहोर में सीएम का एक अलग अंदाज देखने को मिला। भांजे-भांजियों की शादी में शामिल होने के लिए वे समारोह स्थल पर पहुंचे। वे बारात में भी शामिल हुए। बीच रास्ते में जीप से उतरे और ढोल की थाप पर जमकर डांस किया। इस दौरान उन्होंने दूल्हों से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी।
मुख्यमंत्री बारात में शामिल हुए
विवाह योजना के प्रभावी संचालन के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को संवेदनशील होकर सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिए गए थे। बता दें प्रदेश सरकार ने कोरोना काल में इस योजना को स्थगित कर दिया था, लेकिन अब बढ़ी हुई सहायता राशि और बेहतर व्यवस्थाओं के साथ एक बार फिर प्रदेश सरकार ने योजना प्रारंभ की है। बारात में दूल्हों के रिश्तेदार और नसरुल्लागंजवासी शामिल हुए। प्रशासन ने सभी दूल्हों को क्रमांक दिए थे, जो दुल्हन की वेदी पर भी अंकित थे। मुख्यमंत्री विवाह सम्मेलन में कृषि मंडी उपज प्रांगण से दूल्हे बग्घी में सवार होकर बारात के साथ मुख्य समारोह स्थल तक पहुंचे। शादी में उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभु राम चौधरी, पूर्व मंत्री रामपाल सिंह राजपूत, सांसद रमाकांत भार्गव, गुरु प्रसाद शर्मा के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि और कलेक्टर भी शामिल हुए। समारोह में प्रति हितग्राही बेटी को 55 हजार रुपए के प्रावधान में 38 हजार रुपए की सामग्री एवं 11 हजार का चेक दिया गया।
बैंडबाजा और आतिशबाजी का था प्रबंध
कलेक्टर चन्द्र मोहन ठाकुर ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 21 अप्रैल को आयोजित विवाह समारोह की व्यवस्थाओं को संभाला। उन्होंने सामूहिक विवाह के लिए एक समिति का गठित किया। दूल्हा-दुल्हन सहित परिजन के बैठने की व्यवस्था, वरमाला, अतिथियों के सत्कार, बैंडबाजा और आतिशबाजी के प्रबंध किए गए हैं। दंपतियों को दिए जाने वाले उपहार के संबंध में विचार-विमर्श के बाद सामग्री की व्यवस्था की गई है। योजना में प्रति हितग्राही बेटी को 55 हजार रुपये के प्रावधान में 38 हजार रुपए की सामग्री, 11 हजार रुपये का चेक और 6 हजार रुपए आयोजन व्यय शामिल है।