GWALIOR.मुरैना में पैसठ हजार के इनामी कुख्यात डकैत गुड्डा गुर्जर के आतंक के किस्से भोपाल तक पहुँचने और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ऑनलाइन मीटिंग में इसको लेकर तीखे तेवर और तल्ख़ टिप्पणी देखने के बाद अब पुलिस ने भी गुड्डा गैंग और उसके संरक्षणदाताओं की घेराबंदी तेज कर दी। इस बैठक के बाद ही मुरैना में पुलिस एक्शन में दिखी और प्रशासन के साथ मिलकर गैंग के एक साथ का मकान बुलडोजर से जमींदोज कर दिया गया।
सीएम ने बोला हमें चम्बल में डकैत नहीं चाहिए
मुख्यमंत्री चौहान ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक ली थी इस बैठक में वे मुरैना में गुड्डा गुर्जर गैंग के आतंक को लेकर नाराज दिखे कहा कि डाकू लोगों को परेशान कर रहा है। हमारे पास भी जानकारियां है। हमें चम्बल में डाकू नहीं चाहिए। इस बैठक में मुख्यमंत्री के तेवर काफी तल्ख़ दिखे।
बैठक खत्म होते ही पुलिस हुई सक्रिय
सीएम की बैठक खत्म होते ही एडीजी चम्बल राजेश चावला और एसपी ने बैठक की और इसके बाद पुलिस की कई टुकड़ियां पहाडग़ढ़ के जंगलों की तरफ रवाना की गयीं जहाँ गुड्डा गुर्जर गैंग का मूवमेंट है और ग्रामीणों में आतंक मचा रखा है। गाँव - गाँव में लोगों से बन्दूक की डीएम पर चौथ बसूली कर रहा है। इसके बाद एडीजी चावला खुद भी पहाड़गढ़ पहुंचे और वहां श्योपुर और मुरैना जिले की पुलिस की साझा बैठक भी की और इसमें इस गिरोह को घेरने की रणनीति तैयार कर टीमों को रवाना किया गया।
कल्ला पर कसा शिकंजा
बैठक के बाद ही प्रशासन की मदद से गुड्डा का सबसे भरोसेमंद और अनेक अपराध में फरार दस हजार के इनामी कल्ला उर्फ़ करुआ गुर्जर के नूराबाद थाना अंतर्गत ग्राम लोहागढ़ में स्थित घर पर बुलडोजर चलाया गया। इसे गुड्डा का दाहिना हाथ माना जाता है। इस मौके पर कल्ला के परिजनों ने पुलिस से कहा कि वे दस दिन में ढूंढकर कल्ला को पुलिस के सामने हाजिर करवा दंगे।
श्योपुर - मुरैना की सीमा पर है गैंग का आतंक
चम्बल के इकलौते बड़े गिरोह के सरगना गुड्डा गुर्जर ने बीते छह माह से श्योपुर और मुरैना जिले के सीमावर्ती गाँव में जबरदस्त आतंक मचा रखा है। वह बन्दूक की नौक पर लोगों से धन उगाही करता है और पैसे न देने पर लोगों की निर्ममता से मारपीट करता है। विगत दिनों अनेक ग्रामीणों ने मुरैना पहुंचकर प्रदर्शन भी किया था।