BHOPAL. राजधानी भोपाल में जब हर तरफ राजनीतिक दल शहर सरकार बनाने को लेकर मतदाताओं के बीच जा रहे हैं तब सेफ सिटी इनिसिएटिव से जुड़े शहरी गरीब बस्तियों मे रहने बच्चों ने बच्चों से जुड़ी नशे, बाल श्रम, बस्ती में असुरक्षा, साफ-सफाई, खेलकूद के स्थान आदि मांगों को लेकर राजनीतिक पार्टियों के समक्ष अपना मांग पत्र सौंपा। इस मौके पर बीजेपी की नेहा बग्गा, कांग्रेस के भूपेन्द्र गुप्ता और संगीता शर्मा, आप पार्टी से पंकज सिंह, सीपीआई के शैलेंद्र शैली सहित पार्षद पद के प्रत्याशियों ने अपना पक्ष रखते हुए बच्चों से जुड़ी सुविधाएं दिलाने का भरोसा दिया।
गरीब बच्चों को ध्यान में रखकर हो शहरी नियोजन
शहर की अर्बन प्लानिंग मे जहां मेट्रो और बड़ी इमारतों को लेकर प्लान बनाए जा रहे हैं। वहीं गरीबों के लिए बनने वाली मल्टियों में न तो बच्चों के ठीक से पढ़ने की निजी जगह है और न ही खेलकूद के सुविधाजनक पार्क या मैदान। ये बातें बाल पंचायत से जुड़ी पल्लवी मोहबे ने उठाई। गांधी नगर वार्ड नंबर-1 में रहने वाली नगमा ने नई बस्ती में स्कूल न होने और बच्चों के सड़क पार करने में आने वाली समस्या को बताया। करीना ने बताया कि बस्ती में अंधेरा रहता है जिससे लड़कियों को आने-जाने में दिक्कत होती है। ललित बिघाने ने कहा कि सिटी बस में बच्चों को स्कूल जाने के लिए फ्री पास की सुविधा उपलब्ध हो। इस मौके पर कोलार से आई बालिकाओं ने आंगनवाड़ी में लाइट नहीं होने की बात कही।
बस्तियों में बुनियादी सुविधाओं का वादा
राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने बच्चों के मांग पत्र पर विशेष रूप से ध्यान देने और बच्चों के हित में बालश्रम और कुपोषण को खत्म करने और बच्चों के हक में बस्तियों में बुनियादी सुविधाएं बनाने का वादा किया। इस आयोजन में सेफ सिटी इनिसिएटिव से जुड़ी संस्था निवसिड बचपन, मुस्कान, आरंभ, उदय सोसाइटी और यूनिसेफ के प्रतिनिधियों और बच्चों ने सहभागिता की। कार्यक्रम का संचालन रितिका घोड़के और मधु ने किया।