मिशन इंद्रधनुष 4.0 में फरवरी 2020 के बाद जन्‍में बच्‍चों का किया जाएगा टीकाकरण

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मिशन इंद्रधनुष 4.0 में फरवरी 2020 के बाद जन्‍में बच्‍चों का  किया जाएगा टीकाकरण

भोपाल. कोरोना रोकथाम (corona prevention) के लिए टीकाकरण (vaccination) में मध्यप्रदेश ने लगभग सौ प्रतिशत का लक्ष्य हासिल किया है। इस महासंकट से निपटने में स्वास्थ्य विभाग की पूरी मशीनरी जुटी थी। इस कारण रूटीन में चलने वाले टीकाकरण में थोड़ी-सी कमी आई थी। इन परिस्थितियों में एमपी के दस जिले ऐसे हैं, जहां रूटीन टीकाकरण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इसके लिए विभाग ने एक अभियान (campaign) चलाया है। मिशन इंद्रधनुष 4.0 में इन दस जिलों पर फोकस किया गया है। तीन चरणों में इन जिलों में उन बच्‍चों और गर्भवती महिलाओं तक पहुंचा जाएगा, जिनका टीकाकरण नहीं हो पाया था। मीडिया और समाज के अन्‍य लोग भी इस कार्य में स्‍वास्‍थ्‍य विभाग का सहयोग करें, ताकि कोई बच्चा और गर्भवती महिला टीकाकरण से छूट न जाए।



यह बात मिशन संचालक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की प्रियंका दास (Priyanka Das) ने कही। वे मिशन इंद्रधनुष 4.0 पर मीडिया संवेदीकरण कार्यशाला को संबोधित कर रही थीं। कार्यशाला (workshop) में डायरेक्टर एनएचएम (टीकाकरण) डॉ. संतोष शुक्ला ने 'सघन मिशन इन्द्रधनुष' अभियान की रूपरेखा की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार के निर्देश पर देश के राज्यों के चुने हुए जिलों में अभियान संचालित किया जा रहा है। इसमें मध्यप्रदेश के 10 जिले शामिल किये गये हैं। 



छिन्दवाड़ा, दमोह, दतिया, ग्वालियर, जबलपुर, मण्डला, मुरैना, सागर, सतना और सिवनी में मिशन इन्द्रधनुष 4.0 का संचालन तीन चरणों में 7 मार्च, 4 अप्रैल और 7 मई को होगा। इसमें नवजात शिशु और गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के लिये पूरा टीकाकरण किया जाएगा।



डॉ. शुक्‍ला ने बताया कि अभियान के ध्येय वाक्य "हम पहुंचेंगे उन तक, जो न पहुंचे हम तक'' है। इसके तहत मोबाइल टीकाकरण दल से दूरस्थ और पहुंच विहीन क्षेत्रों में भी टीकाकरण करने जाएगा। लक्ष्‍य रखा गया है कि फरवरी 2020 के बाद जन्‍मा कोई भी बच्‍चा टीके से वंचित न रहे। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को टीके लगाए जाएंगे।



यूनिसेफ के संचार विशेषज्ञ अनिल गुलाटी ने कार्यशाला का संयोजन करते हुए बताया कि मीडिया ने टीकाकरण सहित स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की हर गतिविधि में सक्रियता से सहयोग दिया है। अब टीकाकरण में पीछे रह गए दस जिलों पर विशेष ध्‍यान दिया जा रहा है। मीडिया तथा समाज के सभी गणमान्‍य लोग वंचित बच्‍चों और गर्भवती महिलाओं को टीके लगवाने की प्रेरणा दें।



यूनिसेफ की स्‍वास्‍थ्‍य विशेषज्ञ डॉ. वंदना भाटिया ने बताया कि कोविड 19 महामारी के दौरान कुछ क्षेत्रों में रूटीन टीकाकरण प्रभावित हुआ है। अब मिशन इंद्रधनुष 4.0 के रूप में हमें मौका मिला है कि हम वंचित बच्‍चों व गर्भवती महिलाओं तक पहुंच जाएं। उन्‍होंने बताया‍ कि शहरों में बस्तियों में वंचित बच्‍चों तक पहुंचने का लक्ष्‍य रखा गया है। कार्यशाला में लक्षित दस जिलों के पत्रकार, मीडिया प्रतिनिधि, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।


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