GWALIOR. सामान्य तौर पर बच्चे पुलिस से डरते हैं। ये तथ्य बच्चों की मनोदशा और आदतों को लेकर अब तक हुए सर्वे में आम निकलती है। अब बच्चों के मन से पुलिस का भय निकले और वे इससे फ्रेंडली हों, इस उद्देश्य से ग्वालियर पुलिस ने आज स्कूली बच्चों को न केवल थाने का विजिट कराया बल्कि बच्चों ने भी खुलकर अपनी बात कही और पुलिस अफसरों ने भी संजीदगी से उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया।
ग्वालियर पुलिस की सार्थक पहल
ग्वालियर पुलिस ने एक सार्थक पहल करते हुए स्कूली बच्चों को पुलिस की कार्यप्रणाली समझाने उनके मन से पुलिस का डर दूर करने और क्राइम ट्रैफिक से जुड़ी कानूनी बारीकियां बताने के लिए पुलिस थानों का भ्रमण कराया जा रहा है। इसी तारतम्य आज ग्वालियर के पड़ाव थाने में स्कूली बच्चों को विजिट कराया, इस दौरान एडिशनल एसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे और बच्चों से चर्चा कर पुलिस के काम करने का तरीका नजदीक से बताया।
बच्चों को समझाया गुड और बैड टच का अंतर
पुलिस ने बच्चों को ट्रैफिक रूल, गुड टच और बैड टच के अंतर के साथ अन्य कानूनों की जानकारी भी दी। इस दौरान बच्चों से भी पुलिस के कार्य करने के तरीके से जुड़े सवाल पूछे गए और सही जवाब देने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पुलिस गुंडों और बदमाशों के लिए खराब है, आप तो अच्छे और सच्चे हो, हम आपके बेस्ट फ्रेंड हैं। इस दौरान पुलिस स्टेशन विजिट करने आए छात्र-छात्राओं के चेहरे पर भी मुस्कान देखने को मिली और बच्चों ने कहा कि उन्हें यहां पुलिस के काम करने का तरीका नजदीक से देखने का मौका मिला और उन्हें अच्छा लग रहा है।