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भोपाल. प्रदेश में 13 जून से सीएम राइज स्कूलों (CM Rise school) में शिक्षण कार्य शुरू हो रहा है। इन स्कूलों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई भी की जाएगी। सरकार का दावा है कि ये देश में पहली बार होगा, जब 8वीं क्लास के स्टूडेंट्स को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पढ़ाएंगे। पचमढ़ी चिंतन शिविर के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj) ने इसका ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि स्कूल के भवन बनने में समय लगेगा। जिस स्तर के भवन बनने हैं उसमें लगभग 24 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इसके लिए पैसा स्वीकृत हो चुका है।
सीएम राइज स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम है। अभी इन स्कूलों के भवन निर्माण में समय लेगा, लेकिन तब तक हमने तय किया है कि 13 जून से प्रदेश के लगभग 350 विद्यालयों में (जहां स्थान उपलब्ध है) सीएम राइज स्कूल की परिकल्पना के आधार पर शिक्षण कार्य प्रारंभ किया जाएगा: CM pic.twitter.com/bNhtPG4ynm
— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) March 27, 2022
गांवों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण एजुकेशन: सीएम ने बताया कि जून से बिल्डिंग बनना शुरू होगी। अभी लगभग 350 विद्यालयों में सीएम राइज स्कूल की परिकल्पना के आधार पर 13 जून से शिक्षण कार्य किया जाएगा। ये योजना ऐसी है जिसमें बसों से भी अलग-अलग गांवों से बच्चे लेकर आएंगे और गुणवत्ता की शिक्षा बच्चों को दी जाएगी। सीएम राइज स्कूल एक क्रांतिकारी कदम है।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj की अध्यक्षता में पचमढ़ी में आयोजित मंत्री परिषद की दो दिवसीय चिंतन बैठक में सीएम राइज स्कूल को लेकर विचार-विमर्श हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में कहा कि सीएम राइज स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाएंगे। pic.twitter.com/8j1fXpgy1M
— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) March 26, 2022
साथ ही सीएम ने बताया कि बड़ी खुशी की बात है कि मध्यप्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य होगा, जहां एमबीबीएस की पढ़ाई हम हिंदी में प्रारंभ करेंगे। इसके बाद इंजीनियरिंग और बाकी पढ़ाई भी हम हिंदी में सुनिश्चित करेंगे। साथ ही सीएम ने ऐलान किया है कि लाड़ली लक्ष्मी योजना मध्यप्रदेश ने प्रारंभ की थी, जो बाद में दूसरे राज्यों ने भी किसी न किसी रूप में शुरू की। 2 मई को हम लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 का शुभारंभ कर रहे हैं। जिसके अंतर्गत बेटियों की उच्च शिक्षा, स्वावलंबन और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।