GWALIOR. दुनियां के सबसे दुष्कर करगिल युद्ध की 23वी वर्षगांठ पूरे श्रद्धाभाव के साथ मनाई जा रही है। इस अवसर पर ग्वालियर के शहीद सरमन सिंह सहित 527 जांबाजों को सेना, भूतपूर्व सैनिकों, शहर के गणमान्य नागरिकों और स्कूली बच्चों ने सलामी देकर पुष्प अर्पित किए और उनकी शहादत को नम आंखों से याद किया। इस अवसर पर विशेष रूप से शहीद सरमन सिंह के परिजन उपस्थित रहे।
आज करगिल विजय दिवस की 23वी वर्षगांठ है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी करगिल शहीद सरमन सिंह खेल, शिक्षा प्रसार संस्था मध्यप्रदेश एवं नगर निगम ग्वालियर के संयुक्त तत्वावधान में एक कार्यक्रम का आयोजन सम्पन्न हुआ। महाराज बाड़ा पर आयोजित कार्यक्रम में कर्नल अरिन्दम मजूमदार मुख्य रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम के आरंभ में कर्नल अरिन्दम मजूमदार और उपस्थित अतिथियों ने सलामी देकर शहीदों को पुष्प चक्र अर्पित कर उनकी शहादत को याद किया। इस मौके पर उपस्थित स्कूली बच्चों अमर शहीदों को याद करते हुए कई जोश से भर देने वाली प्रस्तुतियां दीं। इस दौरान बड़ी संख्या में शहरवासी उपस्थित रहे। कर्नल अरिन्दम मजूमदार ने युवाओं से अपील की है कि वह 55 दिन तक चले इस युद्ध के बारे में पढ़ें ताकि उन्हें पता चल सके कि सेना के जाबांजों ने कितनी दुश्कर परिस्थितियों में ना केवल यह युद्ध लड़ा बल्कि विजय भी प्राप्त की। इस अवसर पर विशेष रूप से शहीद सरमन सिंह के परिजन, इंडियन वेटेरन ऑर्गेनाइजेशन के जिलाध्यक्ष कैप्टन राम सिंह तोमर, साडा के पूर्व अध्यक्ष राकेश जादौन सहित शहर के गणमान्य नागरिक व स्कूली बच्चे बड़ी संख्या में मौजूद रहे।