BHOPAL. राजधानी के लोग भले ही अब बारिश से ऊबने लगे हों, लेकिन बारिश राजधानी को आगे भी भिंगाते रहेगी। पूरे भोपाल और नर्मदापुरम में बादलों का डेरा बना रहेगा। रुक-रुककर बारिश भी होती रहेगी। धूप तो अगले दो-तीन दिन भी नहीं खिल सकेगी। वहीं मालवा और ग्वालियर-चंबल अंचल में भी बारिश के आसार बने रहेंगे। फिलहाल बारिश का सारा दबाव विंध्य और बुंदेलखंड के कई जिलों में बना हुआ है और वहां अच्छी बारिश हो रही है। सबसे कम बारिश वाले दतिया जिले के जरूर बुरे हाल हैं और उसे गुड न्यूज के लिए आगे भी इंतजार करना पड़ सकता है।
जिस समय भोपाल, सीहोर, विदिशा, होशंगाबाद, गुना, राजगढ़ सहित अधिकांश जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए थे, विंध्य और बुंदेलखंड उस समय बिल्कुल सूखा पड़ा था। वहां लोग तीखी धूप और गर्मी से परेशान थे। साथ ही सूखा पड़ने की आशंका जताई जाने लगी थी। मगर अब जबलपुर, गुना के साथ दमोह, पन्ना, टीकमगढ़, सतना, रीवा सहित कई जिलों में शनिवार से अच्छी बारिश हो रही है। सोमवार 29 अगस्त को भी इन जिलों में लगातार बारिश का दौर चल रहा है। पन्ना, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़ में जहां 7-8 सेमी बारिश हो चुकी है तो विंध्य में पिछले चौबीस घंटे में एक इंच के आसपास बारिश आंकी गई है। लगाातार हो रही बारिश से ये जिले सूखे की स्थिति से भी उबरने लगे हैं और सामान्य बारिश की ओर सभी जिले बढ़ने लगे हैं। मौसम केंद्र के विशेषज्ञ एके शुक्ला के मुताबिक भोपाल में बारिश का दौर फिलहाल बना हुआ है, आगे आने वाले दिनों में भी रह-रहकर बारिश होती रहेेगी। सोमवार को विंध्य और बुंदेलखंड में 7-8 सेमी तक बारिश दर्ज की गई है। इन अंचलों में आगे भी सिस्टम बना रहेगा। दतिया में जरूर अभी बारिश होने की संभावना नहीं है।
इन जिलों को मिली राहत, झमाझम के दौर
एक सप्ताह पहले तक बूंदाबांदी से ही संतोष कर रहे विंध्य और बुंदेलखंड में पिछले 24 घंटे से भारी बारिश चल रही है। सतना में तो ढाई इंच बारिश हो चुकी है। वहीं खजुराहो और मंडला में डेढ़-डेढ़ इंच दर्ज की गई है। दमोह और नरसिंहपुर में भी एक इंच से अधिक बारिश बीते 24 घंटे में हुई है। रीवा, उमरिया, जबलपुर और नौगांव में आधा-आधा इंच बारिश हो चुकी है। इन क्षेत्रों के अलावा सागर, सीधी, नर्मदापुरम, मलजखंड, छिंदवाड़ा और दतिया में भी बारिश ने राहत पहुंचाई है।
भोपाल में बरसेंगे यूपी-छत्तीसगढ़ के बादल
विंध्य और बुंदेलखंड में हो रही बारिश की वजह बने हैं छत्तीसगढ़ और उत्तरप्रदेश में बना तेज सिस्टम। इसके चलते दोनों राज्यों में झमाझम बारिश हो रही है तो इनसे लगे विंध्य, बुंदेलखंड और जबलपुर में अच्छी बारिश हो रही है। लगातार पानी की आवक होने से जबलपुर में बरगी बांध के 6 गेट और खोल दिए गए हैं। इससे नर्मदा का जलस्तर पर भी बढ़ गया है। वहीं यही सिस्टम आगे बढ़ने से भोपाल में भी देर रात तक बारिश हो सकती है। बारिश का यह दौर अभी आधे मध्यप्रदेश में चलता रहोगा। दतिया का सूखा पन जरूर फिलहाल खत्म होने के आसार नहीं है। मगर इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-चंबल के कुछ इलाकों में लगा बारिश का ब्रेक आने वाले दिनों में भी लगा रहेगा।
दतिया सहित नौ जिलों में सबसे कम बारिश
वर्तमान मानसून सीजन प्रदेश के काफी अच्छा रहा है। अधिकांश जिलों में सामान्य से डबल बारिश की स्थिति बन चुकी है। प्रदेश के 52 में से 37 जिलों में 150 फीसदी से ज्यादा बारिश हो चुकी है। वहीं छह जिलों में 90 प्रतिशत से ज्यादा बारिश अब तक हो चुकी है। जबकि दतिया सहित नौ जिले अभी भी सूखे जैसी स्थिति से जूझ रहे हैं। दतिया में अब तक सबसे कम 66 प्रतिशत बारिश दर्ज की गई है तो अलीराजपुर 69, सीधी 72, रीवा 74, झाबुआ 80, टीकमगढ़ 81, सतना 86 तथा कटनी व डिंडोरी 88 फीसदी बारिश हो सकी है।
भोपाल में सर्वाधिक बरसात
इस सीजन में सबसे अधिक बारिश भोपाल जिले में हुई है। यह वजह है कि राजधानीवासी अब बारिश से ऊबने लगे हैं। भोपाल में अब तक 211 प्रतिशत बारिश दर्ज की जा चुकी है। सारे डैम के गेट कई बार खोले जा चुके हैं तो बारिश के मामले में टॉप टेन जिलों में राजगढ, 205, आगर मालवा 180, गुना 177, मंदसौर 164, विदिशा व छिंदवाड़ा 163, बैतूल 161, देवास 160, नीमच 159 प्रतिशत शामिल हैं।
बरगी ने बढ़ाया नर्मदा का जलस्तर
लगातार हो रही बारिश के कारण नर्मदा नदी पर बने बरगी बांध के 6 और गेट खोले जा रहे है। इससे नर्मदा नदी के जलस्तर में 8 से 10 फीट का इजाफा होगा। फिलहाल बरगी बांध के तीन गेट खोलकर फुल टैंक लेवल को लेबल में किया जा रहा है, लेकिन लगातार आ रहे पानी को देखते 6 गेट और खोले जा रहे हैं। बरगी के कुल 9 गेटों से 1405 घन मीटर प्रति सेकंड पानी निकाला जाएगा। सुरक्षा के मद्देनजर नर्मदा नदी के घाटों और किनारे वाले गांव व नगरों में पुलिस जवान व होमगार्ड तैनात कर दिए गए हैं। लोगों को भी सचेत किया गया है।