देव श्रीमाली, GWALIOR. ग्वालियर में 18 सितंबर को एक बड़ी कार्रवाई की गई, जिसकी सियासी गूंज दूर तक जाएगी। तीन दिन पहले राजमाता विजयाराजे सिंधिया हवाई अड्डे पर कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह और उनके उनके गनमैन के साथ धक्कामुक्की, गाली गलौज और बदतमीजी करने वाले केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ख़ास और भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य विक्कू राजावत के खिलाफ पुलिस ने आपराधिक केस दर्ज कर लिया। एफआईआर में विक्कू पर सुरक्षा गार्ड से पिस्टल छीनने और शासकीय कार्य में बाधा डालने के साथ मध्यप्रदेश डकैती उन्मूलन अधिनियम की धारा में भी केस दर्ज किया गया है।
ये था पूरा मामला
यह एफआईआर महाराजपुरा थाने में कलेक्टर की सुरक्षा में तैनात एसएएफ के चौदहवीं बटालियन के जवान चंद्रशेखर शर्मा की शिकायत पर दर्ज की गयी है। इसमें लिखा है की 15 सितंबर को ग्वालियर में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में सवा चार बजे शाम पर जब मुख्यमंत्री का आगमन हुआ और वे सर्किट हाउस के लिए रवाना हुए तो विक्कू राजावत ने मुख्यमंत्री के कारकेड में सेंध लगाने की कोशिश की। जब शर्मा ने उसे रोकने का प्रयास किया तो वह हमलावर हो गया और मारपीट पर आमादा हो गया। इस पर कलेक्टर ने जब उसे समझाया तो कलेक्टर पर भी हमलावर हो गया और उन्हें अपशब्द कहने लगा। इतना ही नहीं उसने शासकीय हथियार को छीनने का प्रयास भी किया।
रिपोर्ट लेट लिखाने का कारण शर्मा ने लगातार तीन दिन ग्वालियर चंबल संभाग में वीआईपी का मूवमेंट बताया है। इस मामले में तहसीलदार सहित अनेक राजस्व और प्रशासनिक अधिकारियों को गवाह बनाया गया है। महाराजपुरा थाने में जो रिपोर्ट दर्ज कराई गयी है इसमें शासकीय कार्य में बाधा और शासकीय पिस्टल लूटने का प्रयास करने के लिए बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य विक्कू राजावत के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 353 186 393 और 11/13 मध्य प्रदेश डकैती अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया गया है। शर्मा ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि वह ग्वालियर कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह की सुरक्षा में तैनात हैं और चौदहवीं वाहनी की ए कंपनी में पदस्थ हैं।
कांग्रेस का तंज
इस मामले में कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने भी ट्वीट किया है, जिसमें एफआईआर की कॉपी भी पेस्ट की है। इसमें उन्होंने लिखा है- अब ग्वालियर कलेक्टर के गनर पर सिंधिया समर्थक का हमला, शस्त्र छीनने का प्रयास। एफआईआर दर्ज। मुख्यमंत्री जी, कुछ मशीनों के काम बचे हो तो कर दीजिए वरना…