संजय गुप्ता, Indore. विधानसभा चुनाव 2024 में मात्र 15 माह का समय बचा है लेकिन इंदौर जिले में कांग्रेस नेता सत्ताधारी बीजेपी को वॉकओवर देने में जुटे हुए हैं। मैदान में लड़ने की कोई मानसकिता पार्टी की नजर नहीं आ रही है। हालत यह है कि जिन क्षेत्रों में कांग्रेस के विधायक (विधानसभा एक, देपालपुर, राउ) हैं, उन जगहों पर भी पार्टी नेता दम नहीं मार रहे हैं। बुधवार को हुए चार नगर परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष चुनाव में से तीन जगह तो कांग्रेस ने उम्मीदवार ही नहीं उतारे। राउ, देपालुपर और हातोद तीनों जगह पर बीजेपी के उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए और मानपुर में बीजेपी चुनाव जीती। इस तरह पहले चरण के चार परिषद के चुनाव में बीजेपी की एक तरफा जीत हुई। जबकि इसमें से दो क्षेत्रों में कांग्रेस के ही विधायक है। इसी पर बीजेपी के जिलाध्यक्ष राजेश सोनकर ने तंज करते हुए कहा कि चुनाव मैदान छोड़कर कांग्रेस भाग रही है, उनमे हताशा है। वहीं कांग्रेस के सदाशिव यादव कहते हैं कि प्रशासन बीजेपी का साथ दे रही है।
यह स्थिति थी चारों परिषदों में बीजेपी, कांग्रेस की
- देपालपुर- 15 पार्षदों में बीजेपी के सात, कांग्रेस के छह औऱ दो निर्दलीय। बीजेपी की अनीता महेश पुरी अध्यक्ष और गोपाल कटेसरिया निर्विरोध उपाध्यक्ष बने।
12 अगस्त को बाकी पर चुनाव, यहां यह है हाल
बाकी बची चार नगर परिषद सांवेर, गौतमपुरा, बेटमा और महू के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष पद के लिए 12 अगस्त को चुनाव होंगे। इसमें केवल गौतमपुरा मे ही कांग्रेस की स्थिति थोड़ी सी मजबूत है, यहां बीजेपी के सात और कांग्रेस के आठ पार्षद हैं। अब बीजेपी एक-दो पार्षद को तोड़ने में जुटी है। बेटमा में बीजेपी के सात, कांग्रेस के छह है और बाकी दो निर्दलीय हैं, इन्हें बीजेपी अपनी करने में लगी है, जिससे वह बहुमत आंकड़े पर आ सकें। महू में बीजेपी दस पार्षदों के साथ बहुमत में है, कांग्रेस के तीन और दो निर्दलीय हैं, वहीं सांवेर में बीजेपी के 10, कांग्रेस के चार और एक निर्दलीय पार्षद हैं।
निगम चुनाव में भी अपने क्षेत्र हारे थे कांग्रेस के विधायक
कांग्रेस का अपने क्षेत्रों में हार का यह सिलसिला गांव की सरकार यानि पंचायत से ही चल रहा है, चारों जनपद में से तीन में बीजेपी बहमुत में आई। कांग्रेस केवल इंदौर जनपद में आगे थी लेकिन वहां भी अध्यक्ष पद का चुनाव हार गई। जनपद व जिला कहीं भी कांग्रेस को जीत नसीब नहीं हुई। फिर निगम चुनाव हुए यहां निगम सीमा में आने वाली विधानसभा एक में खुद महापौर प्रत्याशी संजय शुक्ला विधायक ही है, वह 20 हजार वोट से पिछड़े तो राउ में कांग्रेस के जीतू पटवारी भी बीजेपी को 30 हजार की लीड लेने से नहीं रोक सके। यानि कांग्रेस के देपालपुर में विधायक विशाल पटेल सहित शुक्ला और पटवारी तीनों ही जिले के किसी चुनाव में बीजेपी को रोक नहीं पा रहे हैं और अपने क्षेत्र भी हार रहे हैं।