BHOPAL. कांग्रेस के नए प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल संगठन की कसावट में जुट गए हैं। मिशन 2023 में जीत की रणनीति के साथ अग्रवाल कार्यकर्ताओं को सक्रिय और सीनियरों की मान मनौव्वल में जुट गए हैं। वे प्रदेश दौरे के दौरान पार्टी पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं के घर जा रहे हैं। अग्रवाल ने कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने के लिए भी नई रणनीति तैयार की है। अग्रवाल अपनी नई रणनीति के तहत लगातार प्रदेश का दौरा कर रहे हैं।
ये है अग्रवाल का कार्यक्रम
जयप्रकाश अग्रवाल 9 से 12 अक्टूबर तक प्रदेश के दौरे पर रहेंगे। 9 तारीख को वे देवास में वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे। 10 अक्टूबर को वे कांग्रेस नेताओं के घर-घर जाकर मुलाकात कर संगठन की मजबूती के लिए बात करेंगे। 11 अक्टूबर को वे भोपाल आएंगे दिन भर संगठन नेताओं के साथ बैठकें करेंगे। 12 अक्टूबर को भोपाल में होने वाले प्रदेश स्तरीय निकाय सम्मेलन में भाग लेंगे।
घर बैठे नेताओं को काम में लगाने की तैयारी
सूत्रों की मानें तो अग्रवाल को दिल्ली से ही इस संदेश के साथ भेजा जा रहा है कि उनको प्रदेश में गुटबाजी खत्म करनी है। इसी के तहत अग्रवाल भोपाल में नेताओं के घर जा चुके हैं। वे अपने दौरे में घर बैठे वरिष्ठ नेताओं को काम लगाने के लिए उनसे घर-घर जाकर संपर्क करेंगे। वे ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष,जिला कांग्रेस अध्यक्ष समेत अन्य नेताओं के घर भी जाएंगे। अग्रवाल की कोशिश है कि वे अगले दो महीने में कम से कम एक बार सभी जिलों की बैठक कर नेताओं से संपर्क कर सकें।
कांग्रेस की समस्या
2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 114 सीटों पर जीत दर्ज की और सरकार बनाई। करीब 15 महीने सरकार चलने के बाद कांग्रेस में टूट हो गई। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 22 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे। इसके बाद मार्च 2020 में शिवराज सिंह चौहान ने सरकार बना ली थी। अभी कांग्रेस के 97 विधायक हैं।
चुनाव को लेकर बीजेपी लगातार सक्रिय
बीजेपी प्रदेश संगठन चुनाव मोड में आ चुका है। धार के मांडू में बीजेपी का 3 दिन का प्रशिक्षण वर्ग चल रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा समेत कई पार्टी पदाधिकारी तीन दिन तक कार्यकर्ताओं-नेताओं को प्रशिक्षण देंगे। 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन आ रहे हैं, वे महाकाल लोक का उद्घाटन करेंगे। अगले साल मध्य प्रदेश में चुनाव हैं। इसे भी चुनावी रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।