REWA. पंचायत चुनाव के पहले चरण में अनुमानित बढ़त से उत्साहित कांग्रेस को अब नगरीय निकाय के चुनाव में 'ईवीएम' का करिश्मा नजर आ रहा है। कमलनाथ कैबिनेट में पंचायत मंत्री रहे कमलेश्वर पटेल का कहना है कि नगरीय निकायों के चुनाव में उनका मुकाबला बीजेपी से नहीं ईवीएम से है। पंचायत के पहले चरण के चुनाव में जीत के प्रमाण पत्र भले ही 15 जुलाई को मिले पर मतगणना से मिले प्राथमिक नतीजों ने कांग्रेस को उत्साह से भर दिया है। रीवा संभाग के कांग्रेस प्रभारी प्रतापभानु शर्मा ने ट्वीट करते हुए कहा कि विन्ध्य में बदलाव की जो बयार शुरू हुई है वो अब विधानसभा तक रुकने वाली नहीं। शर्मा का दावा है कि पहले चरण में साठ से सत्तर प्रतिशत कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है।
पहले चरण में बीजेपी समर्थित प्रत्याशी हारे
पहले चरण में रीवा जिले से स्पीकर गिरीश गौतम के पुत्र राहुल गौतम, बीजेपी विधायक पंचूलाल की पूर्व विधायक पत्नी पन्नाबाई जिला पंचायत का चुनाव हार गईं। मऊगंज जनपद के प्रतिनिधि के लिए लड़ रहीं जिला बीजेपी महिला मोर्चा अध्यक्ष संतोष सिंह सिसोदिया भी हार गईं। बीजेपी ने जितने प्रत्याशियों को समर्थन घोषित किया उसमें से ज्यादातर हार चुके हैं। सतना से बागरी परिवार के सभी तीनों प्रत्याशी चुनाव हार गए। सीधी-सिंगरौली-शहडोल-उमरिया-अनूपपुर से भी ऐसी ही खबरें आ रही हैं।
कांग्रेस के पक्ष में पहले चरण का रुझान
यद्यपि बीजेपी के वरिष्ठ नेता राम सिंह का कहना है कि जो जीते हैं उन पर कांग्रेस दावा नहीं कर सकती क्योंकि उन्हें उसने पार्टी समर्थित प्रत्याशी घोषित नहीं किया था। पंचायत चुनाव के दो चरण बाकी हैं। रीवा और शहडोल संभाग के सभी जिला पंचायत अध्यक्ष बीजेपी के ही बनेंगे ये तय है। रीवा नगर निगम के प्रभारी कमलेश्वर पटेल आशंकित हैं कि नगरीय निकाय चुनाव ईवीएम से होने हैं और ईवीएम के परिणाम कैसे तय होते हैं सबको मालूम है। पटेल कहते हैं कि पूरे प्रदेश में पंचायत चुनाव के पहले चरण का रुझान कांग्रेस के पक्ष में गया है। अब निश्चित ही आगे की कोई कूटनीति बन रही होगी। पटेल का कहना है कि कांग्रेस नेतृत्व की इस पर नजर है और हम बेईमानी किसी कीमत पर नहीं होने देंगे।
2018 विधानसभा चुनाव में अजय सिंह राहुल ने लगाया था आरोप
2018 के विधानसभा चुनाव में जब विन्ध्य से कांग्रेस को करारी हार मिली तब प्रतिक्रिया स्वरूप कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल ने सीधे आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इशारे पर ये उलटफेर हुआ और ईवीएम से बीजेपी के पक्ष में परिणाम निकले। विधानसभा चुनाव में रीवा-शहडोल संभाग की 30 में से 24 सीटों पर बीजेपी जीती थी।