Seoni. मध्यप्रदेश के सिवनी में मॉब लिंचिंग में 2 आदिवासियों की मौत पर सियासत गरमा गई है। 5 मई को कांग्रेस नेताओं ने मृतकों के परिवार से मुलाकात की। वहीं, गृहमंत्री ने घटना को लेकर बताया कि 13 लोग गिरफ्तार हो चुके है। सिवनी मॉब लिचिंग के मृतक आदिवासियों के परिवारों से नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, छिंदवाड़ा सांसद नकुल नाथ, पूर्व मंत्री तरुण भनोत, विधायक विनय सक्सेना और हिना कांवरे ने मुलाकात की। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने आदिवासियों के दमन और उत्पीड़न की घटना की गंभीरता को देखते हुए कमलनाथ ने तीन वरिष्ठ नेताओं की एक कमेटी गठित की, जो घटनास्थल पर जाकर पीड़ित परिवारों से मिलेगी। घटना की संपूर्ण जानकारी लेकर अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्रस्तुत करेंगी।
#सिवनी के सिमरिया गांव पहुंचे #नेताप्रतिपक्ष गोविंंद सिंह, सांसद #नकुलनाथ सहित अन्य जनप्रतिनिधि, पीड़ित परिवार से की मुलाकात। @OfficeOfKNath @DrGovindSLahar @NakulKNath @INCIndia @INCMP #seoni #SeoniAdivasiHatyakand pic.twitter.com/160wpRbQbz
— TheSootr (@TheSootr) May 5, 2022
यह है मामला
एसपी कुमार प्रतीक ने बताया कि 2 मई की रात लगभग तीन बजे करीब 15-20 लोगों ने गोकशी के शक में सिमरिया गांव निवासी धनसा इनवाती (52), सागरगांव निवासी संपत बट्टी (35) व ब्रजेश को घेर लिया। आरोपितों का कहना था कि ये गोमांस ले जा रहे थे। आरोपितों ने लाठी-डंडों से तीनों की जमकर मारपीट की। इसी बीच बजरंग दल के किसी पदाधिकारी ने बदलापार पुलिस को फोन लगा दिया। पुलिस ने गंभीर रूप से घायल तीनों को जिला अस्पताल लाया, जहां धनसा व संपत ने दम तोड़ दिया था।
जय रामजी से दिन शुरू होता है, रामनाम सत्य पर खत्म- नकुल नाथ
प्रदेश में लोगों का दिन जय रामजी से शुरू होता है और रामनाम सत्य पर खत्म होता है। यह बात सांसद नकुल नाथ ने सिवनी में पत्रकारों से कही। वे सिवनी जिले के सिमरिया गांव में मॉब लिंचिंग की घटना में मृतक के परिवारों से मिलने नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह के साथ पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने इस मामले में ज्यूडिशियली जांच की मांग की।
कानून व्यवस्था ठप
नकुल नाथ ने कहा कि पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था ठप हो चुकी है। आदिवासियो पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है। नकुल नाथ ने कहा कि यहां फग्गन सिंह कुलस्ते उस दिन बजरंग दल और आरएसएस के लोगों को बचाने आए थे।
आदिवासियो को डराया जा रहा
नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आदिवासियों को डराया जा रहा है। आतंक के स्कूल खुले हुए हैं। प्रदेश सरकार आदिवासियों को डराकर अपनी अगली सरकार बनाना चाहती है। गरीब तबके के लोगों और आदिवासियों का नाम गोहत्या, गोमांस के मामले में जोड़कर उन्हें बदनाम किया जा रहा है। गोविंद सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में जनता को यह बताएंगे कि किस तरह से शिवराज सरकार आतंक फैलाकर प्रजातंत्र की हत्या कर रही है।
मृतकों के परिजन से मिले
सांसद नकुल नाथ, नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह, पूर्व वित्तमंत्री तरुण भनोत, बरघाट विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया, कांग्रेस कमेटी सिवनी के शहर अध्यक्ष राजकुमार खुराना, शहर कांग्रेस कमेटी जबलपुर के अध्यक्ष जगत बहादुर सिंह अन्नू ने मृतक धानसा इनवाती व संपत बट्टी के परिजन से मुलाकात की। मृतकों के परिवार के सदस्यों ने न्याय की मांग की। इस घटना में घायल ब्रजेश बट्टी से भी मुलाकात करके घटना की जानकारी ली।
फांसी पर लटकाने की मांग की
मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह गुरुवार दोपहर सांसद नकुल नाथ, पूर्व मंत्री तरुण भनोत, विधायक विनय सक्सेना, विधायक ओंकार सिंह मरकाम के साथ सिवनी जिले के कुरई थाना अंतर्गत सिमरिया गांव पहुंचे। यहां उन्होंने गोकशी के आरोप में जिन दो ग्रामीणों की हत्या की गई थी, उनके परिवार से मुलाकात की। जनप्रतिनिधि परिवारों के साथ चर्चा कर रहे हैं। जन प्रतिनिधियों को अपनी पीड़ा बताते हुए मृतक आदिवासी इनवाती (52) की पत्नी फूलवती ने कहा कि जिस तरह से मेरी पति को मारा गया है उसी तरह उन लोगों को भी फांसी में लटकाया जाए। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद हैं और पीडि़त परिवार के साथ मिलकर जनप्रतिनिधियों को हत्याकांड की जानकारी दे रहे हैं।