RAJGARH. राजगढ़ में हुई बेमौसम बारिश के कई किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं। किसानों की फसलें पक चुकी थीं या उनकी कटाई चल रही थी। भारी बारिश ने अन्नदाता की मेहनत पर पानी फेर दिया। कई गांवों के किसानों को भारी नुकसान हुआ है। अतिवृष्टि से हुए नुकसान को लेकर जिला कांग्रेस ने पीएम मोदी से किसानों के लिए स्पेशल पैकेज की मांग की। कांग्रेस ने पीएम और सीएम के नाम पर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देने से पहले कांग्रेस कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रघुपति राघव राजा राम गाया। एडीएम ने प्रदर्शनकारियों को उठाने की कोशिश की।
कांग्रेस ने राजस्व विभाग पर लगाया आरोप
जिला कांग्रेस ने राजस्व विभाग पर आरोप लगाते हुए बताया कि पटवारी सर्वे के लिए खेतों में नहीं पहुंच रहे हैं। उनका सर्वे ऑफिस से ही चल रहा है। कुछ पटवारियों ने तो अपने तहसीलदार को खेत पर जाए बिना रिपोर्ट भी सौंप दी है जोकि किसान के हित में नहीं है। धरना प्रदर्शन में खिलचीपुर के कांग्रेस विधायक प्रियव्रत सिंह और राजगढ़ विधायक बापू सिंह तंवर भी शामिल हुए। शिवराज सरकार के खिलाफ खूब नारेबाजी की गई।
कांग्रेस और बीजेपी के कामों की तुलना करे जनता-प्रियव्रत सिंह
कांग्रेस विधायक प्रियव्रत सिंह ने कहा कि पिछले 19 साल में से 18 साल से बीजेपी की सरकार है। पिछले 18 सालों से हम एक ही बात सुनते आए हैं कि खेती को लाभ का धंधा बनाएंगे। अब किसानों के हित में बीजेपी के उठाए कदमों को और कांग्रेस के कदमों के बारे में तुलना करें। मनमोहन सिंह की सरकार ने पूरे देश के 72 लाख किसानों का कर्ज माफ किया। मनरेगा लागू की जिससे लोग भरण-पोषण कर सकें। मध्यप्रदेश में जब कमलनाथ सरकार बनी। एक साल में किसानों का 1 लाख तक का कर्ज माफ किया। 2 जिलों में 2 लाख तक का कर्ज माफ किया। अब इसकी तुलना हम बीजेपी की 18 साल की सरकार से करें। सिर्फ भाषण और रैलियां। पिछले 3 सालों से संबल योजना का पैसा नहीं दिया गया है। बीजेपी ने 5-5 हजार का मुआवजा बांटा है। जनता तुलना करे कि बीजेपी के कदम ज्यादा बेहतर हैं या कांग्रेस के कदम ज्यादा बेहतर हैं। अगर हमें मौका पूरा मिलता तो तस्वीर बदल देते।
मध्यप्रदेश को 50 हजार करोड़ दे केंद्र सरकार-बापू सिंह तंवर
राजगढ़ विधायक बापू सिंह तंवर का कहना है कि किसानों की पूरी फसलें बर्बाद हो गई हैं। पूरी तरह से चौपट हो गई हैं। सीएम शिवराज सर्वे कराने की बात कर रहे हैं। जब कुछ बचा ही नहीं है तो सर्वे कैसे होगा। अब तो एक आदेश जारी करना चाहिए कि 40 हजार रुपए हेक्टेयर के हिसाब से किसानों को मुआवजा दें। केंद्र सरकार मध्यप्रदेश को स्पेशल पैकेज में 50 हजार करोड़ रुपए दे ताकि किसानों को मुआवजा दिया जा सके। अगर प्रदेश सरकार किसानों को मुआवजा नहीं देगी तो कांग्रेस आंदोलन करेगी। कांग्रेस पार्टी किसानों की हितैषी है। बीजेपी सरकार ने आज तक किसानों के हित में कोई काम नहीं किया।