भोपाल. मंत्रालय अधिकारी कर्मचारी संघ (mantralay adhikari karmachari sangh) के चुनाव (Election) विवादित तरीके से संपन्न हुए। मंत्रालय अधिकारी कर्मचारी संघ के नए अध्यक्ष सुभाष वर्मा (President Subhash Verma) बने हैं। सुभाष ग्रुप का दावा है कि वे लोग निर्विरोध चुनाव जीते हैं। वर्मा का कहना है कि विपक्षी कर्मचारी नेता अपनी पराजय के बाद मनगढंत आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि निर्वाचन की पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया है। निर्वाचन अधिकारी का चयन विपक्षी कर्मचारी नेताओं के द्वारा ही किया गया था। ऐसे में निर्वाचन अधिकारी द्वारा उनके पक्ष को निर्विरोध जीतने का सर्टिफिकेट दिया जाना कैसे गलत हो सकता है। 18 नवंबर को कुल 25 फॉर्म जारी किए, जिसमें से 24 ने नामांकन दाखिल किया। इनमें से 9 उम्मीदवारों ने नामांकन वापिस लिया गया। संघ में 15 उम्मीदवार का निर्वाचन किया जाना था। निर्वाचन की स्थिति न होने से सभी 15 उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। उन्होंने आगे कहा कि चुने हुए उम्मीदवारों ने चुनाव अधिकारी के समक्ष बैठक करने के बाद मुझे मंत्रालय कर्मचारी-अधिकारी संघ का अध्यक्ष चुना।
विपक्षियों का आरोप
उधर, पूर्व अध्यक्ष सुधीर नायक (Sudhir Nayak) का आरोप है कि सुभाष चंद्र बोस पैनल ने फर्जी निर्वाचन अधिकारी के जरिए खुद को निर्विरोध निर्वाचन करवा लिया। और खुद ही मालाएं पहन ली। ये सीधे तौर पर मंत्रालय के भाई-बहनों का अपमान है। कानून यह अधिकार मंत्रालय के समस्त अधिकारियों-कर्मचारियों को देता है कि वे विधिसम्मत प्रक्रिया से अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करें। बंद कमरे में एक फर्जी निर्वाचन अधिकारी के जरिए खुद को निर्विरोध निर्वाचित करवा लेने से मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के अधिकार का हनन हुआ है। इस तरह बलपूर्वक जबरदस्ती संघ पर कब्जा करना मंत्रालय जैसे उच्च कार्यालय की गरिमा को नुकसान करता है।
संघ के निर्वाचित पदाधिकारी
निर्विचित होने वालों में सुभाष वर्मा, सुनली मंडावी, टीपी पांडेय, नवीनता टिकरिया, कुशमलता धुर्वे, दिलीप बाथम, विनोद धाकड़, निहाल राजौरिया, श्रीमती कुसुम डोंगरे, प्रदीप सेन, संजय राठौर, आबिद मोहम्मद खान, महेश कुमार बाथम, श्रीमती चंद्रकांता , जयंत कुमार सोंधिया के नाम शामिल हैं।
निर्वाचन अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज करेंगे
मंत्रालय के अधिकारी-कर्मचारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष राजकुमार पटेल (Rajkumar Patel) ने कहा कि निर्वाचन अधिकारी संतोष ठाकुर ने गलत तरीके से कुछ लोगों को निर्विरोध निर्वाचित करवाया है। संघ ठाकुर के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई करेगा। ठाकुर को संघ के एडवोकेट श्री प्रताप भानु सिंह राजपूत द्वारा लीगल नोटिस भी दिया गया है। थाना अरेरा हिल्स में एफआईआर भी दर्ज कराई जा रही है।