सुनील शर्मा, Bhind. नकल के लिए बदनाम चंबल एक बार फिर नकल माफिया की गिरफ्त में आता दिखा रहा है। अंचल के भिंड जिले में जहां हाल ही में हाई स्कूल परीक्षाओं में बाहरी व्यक्तियों द्वारा सामूहिक नकल कराने का सीसीटीवी भी सामने आया था। वहीं बीएससी नर्सिंग के चतुर्थ वर्ष की परीक्षा के पहले दिन ही शहर के शासकीय कन्या महाविद्यालय में छात्र नकल करते दिखाई दिए, जिनकी गतिविधियां परीक्षा केंद्र में लगे सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हुई हैं।
नर्सिंग चतुर्थ वर्ष की वार्षिक परीक्षाएं शुरू
दरअसल भिंड जिले में संचालित सभी नर्सिंग कॉलेज में जीएनएम और बीएससी नर्सिंग में पढ़ने वाले ज्यादातर छात्र अन्य प्रदेशों से हैं। ऐसे में वे यहां सिर्फ परीक्षाओं के समय ही आते हैं। 4 मई को बीएससी नर्सिंग चतुर्थ वर्ष की वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। भिंड के शासकीय कन्या महाविद्यालय में भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है। परीक्षा के पहले दिन महाविद्यालय के अनुसार नकल संबंधी सभी गतिविधियों पर रोक लगाने के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
परीक्षा की कवरेज करने पहुंचे मीडियाकर्मियों ने पाया कि परीक्षा कक्षों में नकल के इंतजाम नाकाफी नजर आ रहे थे। ड्यूटी कर रहे शिक्षक भी टहलते या बातें करते दिखे। इसका फायदा उठाकर छात्र सामूहिक रूप से एक-दूसरे से बात करते या परीक्षा की उत्तर पुस्तिका दिखाते और ताक-झांक कर नकल करते नजर आए, ये सारी गतिविधियां परीक्षा कक्षों में ही लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई हैं।
परीक्षा प्रभारी ने ये कहा
गर्ल्स कॉलेज के प्राचार्य और परीक्षा केंद्र प्रभारी सुधीर दीक्षित ने बताया की यहां 4 कॉलेज जिनमें पातीराम शिवहरे महाविद्यालय, नवलकिशोर शिवहरे महाविद्यालय, मृत्युंजय महाविद्यालय और आरएलडी नर्सिंग कॉलेज के परीक्षा केंद्र शासकीय कन्या महाविद्यालय में बनाए गए हैं। इनके कुल 244 छात्रों की परीक्षा यहां हो रही हैं, हालांकि कुछ छात्र अनुपस्थित रहे हैं, जबकि 236 छात्र परीक्षा में बैठे हैं।
वहीं नकल के संबंध में सवाल करने पर उनका कहना था कि आज की परीक्षा में कोई भी नकल प्रकरण नहीं बना है, सभी छात्रों की तलाशी गेट पर ही ले ली गई थी। सभी के मोबाइल को भी जमा करा लिया गया है। लेकिन इस दौरान परीक्षा कक्षों में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद नकल की तस्वीरों को लेकर जब प्राचार्य से सवाल किया गया तो उनका जवाब भी चौंकाने वाला था, प्राचार्य सुधीर दीक्षित का कहना था कि छात्र तो छात्र है। वे ड्यूटी दे रहे निरीक्षक से नजरें बचाकर बात कर सकते हैं। वे मानते नहीं हैं, आप कितनी भी सख्ती कर लें। लेकिन यहां नकल नहीं चल रही किसी भी तरह का नकल मटेरियल आपको नहीं मिलेगा।