Jabalpur. जबलपुर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत चल रहे विकास कार्यों से आम जनता त्रस्त है। वहीं ठेकेदारों का मनमाना रवैया कोढ़ पर खाज का काम कर रहा है। इन सभी बदइंतजामियों के चलते लोगों की शिकायतों को देखते हुए नगर निगम कमिश्नर आशीष वशिष्ठ ने खुद मोर्चा संभाला और निरीक्षण के दौरान अधिकारियों और ठेकेदार की जमकर क्लास ली है।
वर्षाजल की निकासी न करने पर जुर्माना
टेलिग्राफ गेट नंबर 4 के पास वर्षाजल की निकासी की पर्याप्त व्यवस्था न हो पाने के चलते जरा सी बारिश में जलप्लावन के हालात बन रहे हैं। जिस पर निरीक्षण के लिए पहुंचे निगम कमिश्नर ने जहां स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारियों को फटकारा वहीं निर्माता कंपनी लिशा इंजीनियरिंग के ठेकेदार पर 1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया।
3 दिन में हो ड्रेनेज का मिलान
कमिश्नर ने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए 3 दिन का अल्टिमेटम दिया है। कमिश्नर की हिदायत पर अधिकारियों के कान में भी जूं रेंगती दिख रही है। लेकिन बेतरतीब विकास का यह एक मामला नहीं है। आधे शहर के यही हाल हैं ऐसे में इस बरसात के सीजन में आधे शहर को नारकीय जीवन जीने पर मजबूर होना पड़ेगा।