Gwalior: लंबे अरसे बाद ईवीएम के जरिए वेलेट से होने जा रहे और एक साथ तीन मतपत्रों में वोट डलवाने की जिम्मेदारी के कारण निर्वाचन में लगे कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने में दिक्कत आ रही है । इसकी एक वजह बड़ी संख्या में पुराने और अनुभवी कर्मचारियों का सेवानिवृत्त हो जाना है । यही वजह है कि उन्हें ट्रेनिंग में वोटिंग(Voting) से लेकर काउंटिंग तक कि बारीकियां सिखाई जा रहीं हैं। खास बात ये भी है कि पंच से लेकर जिला पंचायत तक के पदों के मतों की गिनती भी बूथ पर ही तत्काल हो जाएगी लेकिन इनकी घोषणा नहीं की जाएगी।
त्रिस्तरीय पंचायतों के चुनाव(Panchayat Election) मत पत्र व मतपेटी से होंगे। मतदान दल राज्य निर्वाचन आयोग और रिटर्निंग अधिकारी द्वारा जारी किए गए अनुदेशों, निर्देशों और मतदान संबंधी विधि प्रक्रिया का पालन कर स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से मतदान सम्पन्न कराएं। यह बात मतदान दलों के प्रथम चरण के प्रशिक्षण में शामिल सभी पीठासीन अधिकारी व मतदान अधिकारी क्रमांक – 1 से कही गई। प्रशिक्षण के दौरान मतदान प्रक्रिया से जुड़ी अन्य बारीकियां भी मतदान दलों के प्रथम चरण के प्रशिक्षण में बताई गईं।
मतदान कराने की बारीकियां सिखाई गईं
शुक्रवार को यहां भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान में तीन पालियों में आयोजित हुए मतदान दलों के प्रथम चरण के प्रशिक्षण में कुल 1563 अधिकारी-कर्मचारियों को मतदान कराने की बारीकियां सिखाई गईं। प्रथम चरण के प्रशिक्षण के दौरान 11 शासकीय सेवक गैर हाजिर रहे, इन सभी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की गई है।
प्रशिक्षण के दौरान जानकारी दी गई कि पंच, सरपंच, जनपद पंचायत सदस्य एवं जिला पंचायत सदस्य के लिये अलग-अलग रंग के मत पत्र होंगे। पंच के लिए सफेद, सरपंच के लिये नीला, जनपद पंचायत सदस्य के लिये पीला और जिला पंचायत सदस्य के निर्वाचन के लिये गुलाबी रंग का मत पत्र निर्धारित किया गया है। साथ ही बताया गया कि हर मतदान केन्द्र के लिये दो मत पेटियां प्रदान की जायेंगी। पहली मत पेटी भरने पर दूसरी मत पेटी का उपयोग किया जा सकेगा।
प्रथम चरण के प्रशिक्षण में 28 मास्टर ट्रेनर्स द्वारा मत पत्र डालने की प्रक्रिया, मतदान केन्द्र और उसके आसपास निर्वाचन विधि लागू करने की प्रक्रिया, मतदान की गोपनीयता बनाए रखना, मतदान सामग्री की सूची व पीठासीन अधिकारी की घोषणा के बारे में विस्तार से बताया गया। साथ ही मतपत्र लेखा तैयार करने की प्रक्रिया समेत सम्पूर्ण मतदान प्रक्रिया विस्तार से समझाई गई।
पीठासीन अधिकारियों से कहा गया कि वे मतदान समाप्ति एवं गणना तक न केवल सजग रहें, अपितु मतदान अधिकारियों को उचित मार्गदर्शन भी देते रहें। साथ ही मतदान अधिकारी क्र.-1 से कहा गया कि वे पीठासीन अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें और सुचारू ढंग से मतदान सम्पन्न कराएं।
मतदान केन्द्रों पर ही होगी मतों की गिनती
प्रशिक्षण के दौरान जानकारी दी गई कि मतदान प्रात: 7 बजे से शुरू होकर अपरान्ह 3 बजे तक होगा। इसके बाद मतदान केन्द्र पर ही पंच, सरपंच, जनपद पंचायत सदस्य व जिला पंचायत सदस्यों के निर्वाचन के लिये डाले गए मतों की गिनती की जाएगीस लेकिन मगर मतदान केन्द्र पर परिणाम घोषित नहीं किए जायेंगे।