मंदसौर. यहां के पशुपतिनाथ मंदिर (Pashupatinath Temple) में देश का सबसे बड़ा घंटा (bell) लगाया गया है। इस घंटे का वजन 3700 किलोग्राम यानी 37 क्विंटल है। घंटे को बनाने में 36 लाख रुपए का खर्च आया है। 10 कारीगरों की टीम ने तीन साल में इसे तैयार किया है। रविवार को मंदिर के परिसर में घंटे को स्थापित किया गया है। इसका उद्घाटन सीएम शिवराज सिंह (cm shivraj) चौहान करेंगे। घंटे को अकेले बजाना संभव नहीं है। दो से तीन लोग मिलकर ही इसे बजा पाते हैं।
जिले भर से तांबा-पीतल इकठ्ठा किया: पीतल और तांबे से इस घंटे का निर्माण हुआ है। मंदिर प्रबंधन का दावा है कि ये देश का यह सबसे वजनी घंटा है। त्योहारों पर घंटे की धुन सुनाई देगी। मंदसौर (Mandsaur) के बाद दूसरे नंबर पर अभी दतिया के रतनगढ़ माताजी मंदिर में 1635 किलो का घंटा स्थापित है। श्री कृष्ण कामधेनु के अध्यक्ष दिनेश नागर ने बताया कि जब मैं मंदिर के दर्शन करने के लिए गया था। तब मुझे इस घंटे को स्थापित करने का आइडिया आया। 2017 में घंटे के लिए अभियान चलाया गया था। संस्था के सदस्यों ने जिलेभर में यात्रा निकालकर तांबा और पीतल इकठ्ठा किया। इसके बाद गुजरात के अहमदाबाद की एक कंपनी को इसे बनाने का ठेका दिया।
मुस्लिम तकनीशियन से संभाला काम: मंदिर के निर्माण में कई मुस्लिम तकनीशियन लगे थे। लोहे की मजबूत एंगल पर इसे लटकाया गया। इस काम का मुख्य जिम्मा एक मुस्लिम तकनीशियन नारू भाई के हाथ में था। मंदसौर कलेक्टर गौतम सिंह ने बताया कि मैंने जब मंदसौर का चार्ज लिया था, तब मंदिर में इस महाघंटा को देखा था। इसकी साइज देखकर मुझे लगा था कि यह प्रदर्शनी की चीज होगी। इसे लगाना मुझे बहुत खतरनाक लग रहा है। हालांकि, बाद में कलेक्टर की परमिशन से घंटा लगवाया गया।