Panna. पन्ना से दो किलोमीटर दूर पहाड़ी पर लोकपाल सागर तालाब के किनारे एक भालू ने एक दंपती को मौत के घाट उतार दिया। भालू ने सुबह करीब 7 बजे दंपती पर हमला किया और दोनों को मार डाला। भालू दंपती के शवों पर कई घंटों तक टहलता रहा और शवों को नोंचता रहा।
पहले पत्नी और फिर पति पर किया हमला
दंपती वनसुरई की खेर माता की पूजा करने गए थे। महिला झिरिया से पानी लेने गई तो भालू ने उसपर हमला बोल दिया। पत्नी की चीख सुनकर पति उसे बचाने के लिए दौड़े तो भालू ने उनपर भी हमला कर दिया और दोनों को मार डाला। दंपति की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण झिरिया के पास पहुंचे तो खूंखार भालू ने किसी को भी आसपास फटकने नहीं दिया। लोगों ने वन मंडल और रेंजर को सूचना दी।
वन विभाग ने भालू को पकड़ा, पहले भी हो चुके हैं हादसे
वन विभाग की टीम के पहुंचने के बाद भालू को पकड़ने की कोशिश की गई। रेस्क्यू टीम ने भालू को ट्रेंकुलाइज करके पिंजरे में बंद कर दिया। लोकपाल सागर के पास पहले भी भालू लोगों को अपना शिकार बना चुका है। दो साल पहले सुबह-सुबह सैर पर निकले लोगों पर भालू ने हमला कर दिया था। भालू ने कई लोगों को घायल कर दिया था। 5-6 सालों में भालू के हमले की ये तीसरी घटना है।
'मानव और वन्य जीवों के बीच बढ़ रहा संघर्ष'
मानव-वन्यजीव द्वंद की समस्या पर पिछले एक दशक से काम कर रही संस्था लास्ट वाइल्डर्नेस फाउंडेशन के जिला कॉर्डिनेटर इंद्रभान सिंह बुंदेला ने मानव-वन्य जीव द्वंद को बेहद गंभीर विषय बताया और कहा कि ये समस्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। पर्यावरण का विनाश होने से उत्पन्न जलवायु संकट का असर अब पानी की कमी के रूप में दिखने लगा है। जंगल तेजी से खत्म हो रहे हैं, जिससे वन्य प्राणियों का रहवास भी उजड़ रहा है। ऐसी स्थिति में पानी की तलाश में वन्य प्राणी आबादी इलाके में घुसने लगे हैं। ये संकेत बहुत ही चिंताजनक है, जिस पर गंभीरता से सोचा जाना चाहिए। ताकि मानव-वन्यजीव संघर्ष की समस्या का समय रहते समाधान खोजा जा सके।