Bhopal. मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में अब पेट्रोल मिलने में परेशानी आ सकती है। कुछ शहरों में पेट्रोल-डीजल की किल्लत होने वाली है जिसे लेकर मध्य प्रदेश पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन ने राज्य के मुख्य सचिव को खत लिखकर अपनी बात रखी है। इस खत में कहा गया है कि तेल कंपनियां मांग के अनुसार राज्य में पेट्रोल-डीजल की सप्लाई नहीं कर रही हैं, जिसकी वजह से आने वाले दिनों में मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
पेट्रोल-डीजल पर लगी आचार संहिता
एसोसिएशन के मुताबिक राज्य में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की वजह से आदर्श आचार संहिता लागू है। जिसकी वजह से सभी जिलों में प्रशासन ने पेट्रोल पंप संचालकों को एक निर्धारित मात्रा में पेट्रोल और डीजल का स्टॉक रखने के आदेश दिए हैं। एसोसिएशन का आगे यह भी कहना है कि राज्य में अभी धान और सोयाबीन की बोवनी का काम चल रहा है, जिसकी वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में डीजल की मांग काफी ज्यादा बढ़ी है। इससे किसानों की मुश्किले और बढ़ जाएंगी।
एसोसिएशन ने मुख्य सचिव को लिखा पत्र
इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम जैसी कंपनियां मांग के मुताबिक पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति नहीं कर रहीं हैं। ऐसे में मुख्य सचिव को इस मामले में अपने स्तर से हस्तक्षेप करना चाहिए। चिट्ठी में यह भी कहा गया है कि अगर इस पर कार्रवाई नहीं की गई तो किसानों को पेट्रोल-डीजल की कमी झेलनी पड़ सकती है। एसोसिएशन का कहना है कि सोमवार से इस परेशानी की शुरुआत हो सकती है।
कंपनियों ने दिया नुकसान का हवाला
मुख्य सचिव को लिखे खत में एसोसिएशन ने दावा किया है कि डीलर्स ने पेट्रोल और डीजल की सप्लाई के लिए कंपनियों को पूरी राशि का भुगतान किया है। बावजूद इसके सप्लाई पूरी मात्रा में नहीं हो रहा है। हालांकि, इधर तेल कंपनियों का तर्क है कि नुकसान की वजह से वो तेल सप्लाई करने में असमर्थ हैं।