DAMOH. मध्य प्रदेश के सियासी गलियारों में एक जीत, एक हार बड़ी चर्चाओं में है। जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, वो कहीं ना कहीं प्रदेश की सियासत में चर्चा का बाजार जरूर गर्म करने वाली हैं। इन तस्वीरों मे हारने वाला शख्स प्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्री गोविंद राजपूत (Minister Govind Rajput) का भतीजा है और मंत्री के भतीजे को हराने वाला 22 साल का एक नौजवान। इस युवा की जीत पर केंद्र सरकार के मंत्री खुशी जाहिर कर रहे हैं।
परिवहन मंत्री गोविन्द राजपूत के भतीजे टिंकू राजा को हराने वाले सर्वजीत सिंह से मिलने पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल…
भाजपा में गुटीय लड़ाई चरम पर… pic.twitter.com/rwuEer4hFL
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) July 11, 2022
युवा जोश के सामने सारी ताकत फेल
अब आपको इन सियासी तस्वीरों की पूरी कहानी बताते हैं। दरअसल, सूबे में चल रहे पंचायत चुनाव (Panchayat Election) में सागर (Sagar) जिले की जिला पंचायत के वार्ड नम्बर 5 से एक नौजवान सर्वजीत सिंह का मुकाबला प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के भतीजे अरविंद सिंह टिंकू राजा (Arvind Singh Tinku Raja) से था। एक तरफ प्रदेश सरकार के मंत्री राजपूत अपने भतीजे अरविंद के लिए मेहनत कर रहे थे तो बड़ी संख्या में मंत्री समर्थकों की ताकत भी पीछे थी। दूसरी तरफ महज 22 साल का साधारण युवा। जनता के बीच सर्वजीत लोधी (Sarvjit Lodhi) का जादू इस कदर चला कि प्रदेश सरकार के मंत्री का रसूख बौना साबित हुआ और मंत्री का भतीजा पांच हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हार गया।
सागर जिला पंचायत वार्ड क्रमांक 05 से 22 वर्षीय युवा प्रत्याशी सर्वजीत ने प्रचंड मतों से विजय हासिल की है। उपाध्यक्ष, जिला पंचायत सागर, श्रीमती तृप्ति सिंह जी व पूरे परिवार को मिठाई खिलाकर सबके साथ खुशी बांटी और शुभकामनाएं दी। pic.twitter.com/JO9ihU2II9
— Prahlad Singh Patel (@prahladspatel) July 10, 2022
सियासी गलियारों में चर्चा का विषय
एक नौजवान की इस उपलब्धि की चर्चाएं बुंदेलखंड (Bundelkhand) से लेकर भोपाल तक के गलियारों में हो रही थी कि अब केंद्रीय जलशक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल (Prahlad Patel) का एक ट्वीट और सर्वजीत की जीत पर खुशी के इजहार करने की तस्वीरों ने मामले को और गरमा दिया है। दरअसल, जीतने के बाद सर्वजीत पूरे परिवार के साथ 10 जुलाई को केंद्रीय राज्य मंत्री के दमोह निवास पहुंचे थे। सर्वजीत ने मंत्री पटेल से मुलाकात की और मंत्री ने मिठाई खिलाकर उन्हें बधाई दी। इतना ही नहीं, पटेल ने अपने पर्सनल ट्विटर हैंडल से सर्वजीत की विजय पर बधाई देकर खुशियों का इजहार भी किया। इस ट्वीट के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है।
कुछ कहता है ये समीकरण
दरअसल, प्रदेश सरकार के मंत्री गोविंद राजपूत सागर के नेता है और बड़े सिंधिया समर्थक माने जाते हैं। इतना ही नहीं, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के संसदीय क्षेत्र दमोह जिले के राजपूत प्रभारी मंत्री भी हैं। ऐसे में उनके भतीजे की हार पर उनके प्रभार वाले जिले के उनकी ही पार्टी के सांसद का ये रूप कई सवालों को जरूर जन्म दे जाता है।
अंदरखाने से मिल रही खबरों के मुताबिक, इस युवा नेता सर्वजीत पर सबकी निगाहें थी, क्योंकि ये युवा नेता लोधी जाति से आते हैं और उनके ऊपर लोधी जाति के बड़े नेता यानी प्रहलाद पटेल का हाथ भी है। लिहाजा गैर-दलीय आधार पर हो रहे पंचायत चुनाव में भी ये माना जा रहा था कि सर्वजीत सही मायनो में बीजेपी समर्थित उम्मीदवार हैं। इसकी वजह थी कि खुद गोविंद राजपूत बीते साल ही कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में आए हैं। लिहाजा भाजपाइयों ने मंत्री राजपूत को तो भाजपाई मान लिया, लेकिन उनके भतीजे को शायद अब भी पुराने भाजपाई, बीजेपी का मानने तैयार नहीं है। विजयी सर्वजीत पुराने भाजपाई परिवार से होने के साथ साथ लोधी जाति के लिए भी जाना पहचाना नाम है। बहरहाल, एक तरफ एक मंत्री के भतीजे की हार हुई तो दूसरी तरफ उन्हीं की पार्टी के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री ना सिर्फ औपचारिक तौर पर साधारण तरीके से मिठाई खिलाकर बधाई दे रहे हैं, बल्कि खुद ट्वीट करके बड़ा संदेश जरूर दे रहे हैं। इस संदेश में कहीं ना कहीं नाराजगी की आशंका भी नजर आती है।