Indore. मध्यप्रदेश पुलिस के मुखिया सुधीर कुमार सक्सेना (DGP Sudhir Kumar Saxena) तीन दिवसीय इंदौर प्रवास पर पहुंचे। उनका यह दौरा खरगोन दंगे के बाद अचानक तय हुआ। यहां के पलासिया स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में उन्होंने पुलिस अधिकारियों की बैठक ली। इस बैठक में एडिशनल डीसीपी स्तर के अधिकारी शामिल हुए। डीजीपी सक्सेना ने दो थानों का निरीक्षण किया। थाने में शिकायत रजिस्टर चेक करने के दौरान उन्होंने एक शिकायतकर्ता महिला को फोन लगाकर बात की। इस दौरान बेहतर काम के लिए इंदौर पुलिस की प्रशंसा भी की। साथ ही डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने पुलिस कंट्रोल रूम का दौरा कर निरीक्षण भी किया।
शिकायतकर्ता को खुद लगाया फोन
डीजीपी सक्सेना ने दो थानों का निरीक्षण किया। डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना 27 अप्रैल की सुबह बानगंगा थाने पर पहुंचे। यहां थाने के रजिस्टर व शिकायत रजिस्टर को चेक किया। स्टाफ से रोज आने वाली शिकायतों और लंबित शिकायतों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने थानों पर 376 और 354 के मामलों में कायमी व कार्रवाई के बारे में भी सवाल पूछे। महिला संबंधित अपराधों की जानकारी लेने के लिए डीजीपी ने महिला डेस्क पर जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर श्रद्धा पवार से बातचीत की।
इस दौरान उन्होंने रजिस्टर में से शिकायतकर्ता का फोन नंबर निकाल कर सीधे अपने ही मोबाइल से शिकायतकर्ता से बात कर ली। महिला से चर्चा करते हुए डीजीपी ने सीधे पूछा कि आप ने अपनी शिकायत थाने में कब दर्ज कराई थी। आप कार्रवाई से संतुष्ट हैं। इस पर फरियादी ने बताया कि साहब पुलिस ने कार्रवाई कर दी है। अब मेरा पति मुझसे मारपीट नहीं करता है। थाने के बल से शिकायत मिलने पर एफआईआर कैसे दर्ज की जाती है, के बारे में पूछा। डीजीपी बोले मैंने सुना था बाणगंगा थाने का नाम अच्छे थानों में नहीं आता। लेकिन यहां की कार्रवाई तो बेहतर है।
इंदौर पुलिस की तारीफ की
डीजीपी ने इंदौर पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि इंदौर पुलिस के सभी अधिकारी और कर्मचारी विभाग की प्राथमिकताओं के लिए अच्छा काम कर रहे हैं और बहुत सारे नवाचार इंदौर पुलिस ने किए हैं। जिसमें काफी अच्छी सफलताएं उन्होंने अर्जित की हैं। डीजीपी ने कहा कि इसी तरह आने वाले समय में भी एक पारदर्शी और जुनून मुखी पुलिस प्रशासन इंदौर की जनता को उपलब्ध हो सके, इसके लिए सभी प्रयासरत रहेंगे।