नवीन मोदी, guna. मक्सूदनगढ़ क्षेत्र के कुशवाहा समाज के लोगों ने 15 अप्रैल को एकत्र होकर रामजानकी आश्रम की जमीन पर दबंगो के द्वारा अतिक्रमण किए जाने को लेकर रैली निकाली। रैली के बाद तहसील कार्यलय पर जमकर नारेबाजी की। तहसीलदार मकसुदनगड को कुशवाहा समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। आश्रम में लव और कुश का मंदिर है, जो कुशवाहा समाज के आस्था का केन्द्र है।
जमकर की नारेबाजी
कुशवाह समाज के लोगों ने मुख्य बाजार से होते हुए जमकर नारेबाजी भी की। वहीं तहसील कार्यालय पहुंचकर तहसील के गेट पर भी कुशवाहा समाज के लोगों द्वारा जमकर नारेबाजी की गई। इसके बाद कुशवाहा समाज के लोगों ने तहसीलदार को ज्ञापन दिया। आपको बता दें कि कुशवाह समाज के पदाधिकारी मीडिया से रूबरू हुए और अपनी मांगे विस्तार से बताई। तहसीलदार मीडिया के कैमरे से बचती नजर आईं, वहीं, अधिकृत बात भी नहीं की। आश्रम में 200 से अधिक फलदार वृक्ष हैं।
प्रदर्शनकारी महिला ने ये कहा
प्रदर्शनकारी महिला का कहना है कि 36 बटा एक पर 16 एकड़ जमीन है। इस पर मेरा, कुछ और लोगों का कब्जा था। प्रशासन ने मेरा कब्जा हटा दिया है, अन्य लोगों का नहीं हटाया। जबकि सभी को मेरे साथ ही नोटिस दिए गए थे। ये भेदभावपूर्व कार्रवाई है। इसके चलते मेरा रोजगार छिन गया है।