Guna. गुना जिले में दबंगों द्वारा दलित बुजुर्ग महिलाओं की जमीनों पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि गुना के दबंग परिवार जो विधि ओर शासकीय सर्विस से जुड़े है उनके द्वारा गरीब और दलित परिवार की पैतृक जमीन को षडयंत्र पूर्वक हथियाने का कृत्य किया गया है, जिसमें जमीन के असल मालिक दलित परिवार के दो भाइयों की पैतृक 4 बीघा की जमीन शासकीय भूदान की पट्टे पर थी, जिसमे एक भाई की मृत्यु 2002 में हो गई थी, वहीं दूसरे भाई की मृत्यु 2011 में हो गई थी। जिनके नाबालिग पुत्रों से दवाब डालकर फर्जी रजिस्ट्री करवा ली,जो कि नियम में नही है और अवैध थी। दूसरे भाई के जीवित रहते व मृत भाई के वारिसों के रहते दबंग परिवार के लोगों ने कब्जा करते हुए शासकीय भूमि को भूदान की नहीं बताते हुए व दूसरे भाई की भी मौत बताते हुए उसकी फर्जी रजिस्ट्री कराई गई। जब इसकी जानकारी गरीब दलित परिवार की बुजुर्ग महिलाओं को लगी तो इसकी लिखित शिकायत केंट थाना, अजाक्स थाना और प्रशासन को की,लेकिन दलित गरीब बुजुर्ग महिलाओं की सुनवाई नहीं की गई।
जमीन का सीमांकन करने के निर्देश
परेशान होकर दलित गरीब बुजुर्ग विधवा महिलाएं कोर्ट की शरण में पहुंची जिसमे गुना के मालपुर में गरीब बुजुर्ग 4 दलित महिलाओं की पैतृक जमीन पर एक दबंग परिवार द्वारा जबरिया कब्जा कर पूर्व में फर्जी रजिस्ट्री कराने के मामले में सुनवाई चली। न्यायालय ने सिविल वाद चलने के बाद कोर्ट के आदेश से फर्जी रजिस्ट्री में 2019 निरस्ती करने के आदेश पारित किया, उसके वाद भी दबंग परिवार उक्त जमीन से कब्जा बरकरार रखे था। वही दबंग परिवार द्वारा जमीन खाली कराने विभिन्न हथकंडे अपनाए जाकर परेशान लगातार किया जा रहा था। दूसरी ओर तहसील कार्यालय में 250 के प्रकरण के बाद सुनवाई के उपरांत तहसीलदार द्वारा जमीन का सीमांकन करने के निर्देश कर प्रतिवादियों को बेदखल करने आदेश पारित किया गया है। तहसीलदार सिद्धार्थ भूषण ने बताया कि महिलाओं का प्रकरण चल रहा था, जिसमें उनकी भूमि सिद्ध होने के वाद उनके द्वारा सीमांकन कर व कब्जा दिलाने का आदेश दिया है।