Gwalior: डकैतों ने अपने अंदाज़ में शुरू किया चुनाव प्रचार ,पुलिस तक पहुंची शिकायत

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Dev Shrimali
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Gwalior: डकैतों ने अपने अंदाज़ में शुरू किया चुनाव प्रचार ,पुलिस तक पहुंची शिकायत

Gwalior. पंचायत चुनाव शुरू होते ही डकैतों के गिरोहों ने अपना काम करना शुरू कर दिया है।  मुरैना ,शिवपुरी ,श्योपुर के सीमावर्ती ग्रामीण इलाको में अपने पसंद के पांच और सरपंच को वोट देने की खबरें भेज रहे है। हालाँकि इससे भयभीत लोग पुलिस तक पहुँचने से डर रहे है लेकिन मुरैना जिले में सरपंच का चुनाव लड़ रहे एक उम्मीदवार ने पुलिस से शिकायत की है कि पैंतीस हजार का इनामी डाकू गुड्डा गुर्जर वोटरों को धमका रहा है।







ये हुई शिकायत



 मुरैना जिले के जौरा ब्लॉक की बिचपई पंचायत से सरपंच का चुनाव लड़ रहे एक प्रत्याशी ने पुलिस के उच्च पदस्थ अधिकारियों से मिलकर शिकायत की कि एमपी - राजस्थान की सीमा पर सक्रिय गुड्डा गैंग चुनाव शुरू होते ही उनके पंचायत क्षेत्र के आसपास डेरा डाले हुए है और वह अपनी  गैंग से जुड़े लोगों के जरिये वोटर्स को धमका रहा है कि अगर उन्होंने उसके बताये प्रत्याशी को वोट नहीं दिया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे वहीँ उसके समर्थको को भी धमकाया जा रहा है कि वे प्रचार करने न जाएँ।







पुलिस ने की सर्चिंग



 इस खबर के बाद पुलिस तत्काल सक्रिय हुई और बुधवार से ही सर्चिंग अभियान शुरू किया गया।  जौरा के एसडीओपी मानवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में चार थानों के फोर्स ने छह ग्रामों के आसपास जंगल में सघन जनसंपर्क अभियान चलाया।  इसके अलावा ग्राम पगारा ,धौरेरा,विक्रमपुरा,देवगढ़ आदि में ग्रामीणों की बैठकें लेकर आश्वस्त किया कि निर्भीक होकर मतदान करें किसी धमकी से डरने की जरूरत नहीं है। पुलिस चौकन्नी है।







बाकी जगह भी मूवमनेट



 इसके अलावा अन्य जिलों के सीमवर्ती क्षत्रों में भी डकैतों का मूवमेंट है और वहां भी वे अपने -समर्थक प्रत्याशियों के लिए लोगों सें डरा - धमकाकर वोट मांग रहे हैं। हालाँकि ग्वालियर के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अभी तक उनके पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आयी है बावजूद इसके पुलिस सतर्क है और सभी थाने सर्चिंग भी कर रहे हैं।





पहले से ही थी आशंका



"द सूत्र " ने पहले ही खुलासा किया था कि  प्रदेश में पंचायत और निकाय चुनाव के ऐलान के बाद अब गांव में डकैतों की आहट सुनाई देने लगी है।खासकर जब भी ग्वालियर चंबल अंचल में पंचायत चुनावों का ऐलान होता है तो उस समय चंबल के बीहड़ों में छोटे बड़े डकैतों की गैंग सक्रिय हो जाते है और इस लेकर अब ग्रामीणों में दहशत शुरू हो गयी है। वहीं आशंका जताई जा रही है कि आने वाले ग्राम पंचायत के चुनावों में डकैतों का गैंग गांव वालों को डराने और धमकाने का साहस कर सकता है।







पुलिस ने भी की है तैयारी



पंचायत  चुनावों का ऐलान हो चुका है, इनकी वोटिंग में किसी का  दखल नहीं हो इसलिए पुलिस प्लानिंग कर रही है। वहीं ग्वालियर के तिघरा से मोहना तक करीब 25 पंचायत में डकैत गिरोह के दखल की भनक पुलिस को लगी है, इन पंचायतों में रहने वालों को सबसे बड़ा डर डकैत गुड्डा गुर्जर की गैंग है। 5 महीने पहले भी पंचायत चुनाव का ऐलान हुआ था तब डकैत गुड्डा के अलावा कल्ली और जसवंत गुर्जर की गैंग भी जंगल में थी, लेकिन चुनाव अटक गया। इस दौरान मुरैना पुलिस ने कल्ला और जसवंत को घेर लिया सिर्फ गुड्डा का गैंग उसकी पकड़ से बाहर है, जिसमें लगभग 20 लोग से अधिक है। गुड्डा गिरोह पंचायत चुनाव में मुरैना अलावा ग्वालियर तिघरा, महेश्वरा, बाबा लखनपुरा, रेहट, चराई, फिराक, भवनपुरा, सोहेला जखौरा राई, बसारी और शहर सारी पंचायत के चुनाव में दखल देने की पूरी कोशिश करेगा, क्योंकि इन चुनावों पंचायतों में ज्यादातर गांव गुर्जर बाहुल्य है। "द सूत्र " ने आशंका जाहिर की थी कि डकैत गुड्डा की गैंग के मेंबर भी गुर्जर है, जाहिर है कि इन पंचायतों में गैंग अपनी दहशत के बलबूते पर ग्रामीणों को मजबूर करने की कोशिश करेगा.







खदानों के आसपास चलता है खौफ का राज



 ग्वालियर चंबल अंचल में इससे पहले जब पंचायत चुनाव हुए थे तो उसमें चंबल के कई ऐसे छोटे-बडे डकैतों के गैंग सक्रिय थे, जिन्होंने पंचायत चुनावों में कई गांव में दहशत फैलाई थी।कई गांव ऐसे थे जहां पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी, जिसके कारण गांव वाले काफी दहशत में आ गए थे। चंबल में पिछले चुनाव में सबसे ज्यादा डकैत तहसीलदार सिंह का आतंक रहा था, जिसने आधा दर्जन गांव में फायरिंग कर दहशत फैलाई थी।इस दौरान एक समुदाय को वोट देने के लिए गांव वालों को धमकाया था जिसमें पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया था। गडरिया गैंग तो बाकायदा अपने प्रत्याशी ही मैदान में उतारता था। इसके साथ ही चंबल में कई डकैतों की छोटी सक्रिय गैंग है जो सिर्फ गांव वालों को धमकाने का काम करती है, ऐसे में जब चंबल में पंचायत चुनाव होता है तो उस समय यह गैंग सक्रिय हो जाती है और गांव-गांव जाकर लोगों को धमकाते हैं। तिघरा से मोहना तक जंगली हिस्से में पत्थर का अवैध खनन होता है, पत्थर माफिया डकैत गिरोह की सबसे मजबूत कमाई का जरिया है। तिघरा से मोहना और शिवपुरी तक गुड्डा गैंग खदानों से वसूली करता है, जहां पैसा नहीं मिला वहां गैंग में आतंक मचाया है।बम्हारी, शिवपुरी में ढांडा खिरक निवासी जंडेल गुर्जर ने गैंग को उगाई देने से मना किया था तो गिरोह ने वहां गोलियां ठोक दी, खदान मालिक को अगवा करने की धमकी दी थी इसी तरह जखोरा में नरेश गुर्जर की खदान पर चंदा वसूली के लिए मजदूरों को बंधक बनाकर पीटा था, उनसे पैसा और मोबाइल फोन लूट लिए थे।पुलिस के रिकॉर्ड में मुरैना से गुड्डा गैंग पर हत्या लूट मवेशी चोरी, खिरखाई और पत्थर माफियाओं से टेरर टैक्स के अपराध दर्ज है।फिलहाल मुरैना, शिवपुरी, ग्वालियर पुलिस गिरोह को घेरने की कोशिश तो बता रही है, लेकिन गैंग फिलहाल उसकी पकड़ से बाहर है इसलिए वोटर मान रहे थे कि  कि गैंग पंचायत चुनाव में अपने उम्मीदवार की पैरवी करेगा।अब यह आशंका सच होती दिख रही है। वैसे पुलिस ने गुड्डा पर 35,000 का इनाम भी घोषित कर रखा है।



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