भोपाल. मध्यप्रदेश के इस इंटरनेशल पिता-बेटी की जबर्दस्त जोड़ी ने अब तक अपने नाम कई खिताब किए हैं। दोनों ही सेलर हैं। पिता जीएल यादव पूर्व इंटरनेशनल सेलर (international sailor) रह चुके है। जबकि बेटी एकता सेलिंग (sailing) करती है। इस पिता- पुत्री की जोड़ी ने सभी को हैरान कर दिया।
एकलव्य, व्रिकम अर्जुन से सम्मानित
जीएल यादव सेलिंग अकेडमी (sailing academy) के चीफ कोच (chief coach) है। उन्हें एकलव्य, विक्रम, विश्वामित्र और अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया हैं। जीएल से सीखने वाले खिलाड़ियों का परफॉर्मेंस अच्छा रहा तो उन्हें द्रोणाचार्य अवॉर्ड (Dronacharya Award) भी मिल जाएगा।
नेवी की वजह से पानी से अलग सा रिश्ता जुड़ा
28 की उम्र में शुरू की थी ट्रेंनिग
जीएल ने मीडिया को बताया कि उन्होंने 19 साल की उम्र में नेवी ज्वाइन कर ली थी। उसके बाद 28 साल की उम्र में उन्होंने सेलिंग में अपना कैरियर बनाया। नेवी में काम करने की वजह से पानी और मेरा एक अलग ही तरह का रिश्ता बन गया। 2009 में उन्हें अर्जुन अवॉर्ड ने नवाजा गया। उस वक्त उनकी बेटी उनके साथ थी। तभी बेटी ने सेलर बनने का तय कर लिया। जीएल नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी अपना कैरियर इस फील्ड में बनाए, लेकिन बेटी की जिद और जुनून आगे उनकी एक न चली। उनकी बेटी ने एक तक 9 गोल्ड और 2 इंटरनेशनल मेडल जीते है।