HARDA. हरदा की ग्राम पंचायत पानतलाई में रुक्मणी बाई ने सरपंच का चुनाव जीता और कुछ ही घंटों बाद उनकी सांसें थम गईं। रुक्मणी बाई ने रात को जीत का जश्न मनाया था लेकिन वे सुबह बिस्तर से ही नहीं उठ पाईं। बताया जा रहा है कि हार्ट अटैक से उनकी जान गई है। रुक्मणी बाई ने पंचायत चुनाव में 344 वोटों से जीत हासिल की थी। रुक्मणी बाई की मौत के मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
रात में जश्न मनाया, सुबह बिस्तर से नहीं उठ पाईं
हरदा के कलेक्टर ने बताया कि पानतलाई की सरपंच का निधन हो गया है। इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं। पानतलाई सरपंच के बेटे राजेश ने बताया कि गांव के सभी लोगों के सहयोग से उनकी मां सरपंच के चुनाव में खड़ी हुईं थीं। चुनाव जीतने पर रात को जश्न मनाया गया। उनकी मां रात को भोजन करके सोईं थी लेकिन सुबह उठ नहीं पाईं। राजेश ने बताया कि उनकी मां को गैस और ब्लड प्रेशर की समस्या रहती थी।
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित थी पानतलाई पंचायत
पानतलाई पंचायत अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित थी इसलिए रुक्मणी बाई ग्रामीणों के समर्थन के साथ चुनावी मैदान में उतरीं थीं। उनके बेटे ने बताया कि मां और वो मजदूरी करके जीवन यापन करते थे। मां सरपंच बनीं तो परिवार में खुशी का माहौल था लेकिन खुशी मातम में बदल गई। रुक्मणी बाई के दो बेटे और एक बेटी है। उनके पति का पहले ही निधन हो गया था।